बिहार के दरभंगा जिले में मोहर्रम के मौके पर निकाले गए जुलूस के दौरान झरनी खेलने को लेकर हुई झड़प ने हिंसक रूप ले लिया। रविवार को केवटी प्रखंड के खिरमा चौक पर दो समूहों के बीच मारपीट और रोड़ेबाजी हुई, जिसमें करीब डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया।
ताजिया मिलान के दौरान भिड़ंत
मोहर्रम के जुलूस के दौरान खिरमा चौक पर जलवारा और खिरमा के एक ही समुदाय के लोगों के बीच ताजिया मिलान के क्रम में झरनी खेलने को लेकर विवाद शुरू हुआ। इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। मारपीट और भगदड़ के बीच कई लोग जख्मी हो गए, जिनमें खिरमा गांव के 62 वर्षीय राज कुमार राम भी शामिल हैं, जो भीड़ भागने के दौरान गिरकर घायल हो गए।
पुलिस-प्रशासन का हस्तक्षेप
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर स्थिति को समझा और शांति बनाए रखने के निर्देश दिए। केवटी थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर घटना की जांच की जा रही है।
गठुली गांव में भी हिंसा
इसी बीच, केवटी प्रखंड के गठुली गांव में भी मोहर्रम जुलूस से लौट रहे लोगों और स्थानीय निवासियों के बीच झड़प हो गई। इस घटना में सात लोग घायल हुए, जिनमें महिलाएं और किशोर भी शामिल हैं। सभी घायलों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा ने घायलों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया।
अकबरपुर बेंक गांव में दूसरे दिन भी तनाव
दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के अकबरपुर बेंक गांव में मोहर्रम को लेकर शनिवार को हुई हिंसा के बाद रविवार को फिर पथराव हुआ। इस घटना में कई लोगों को चोटें आईं। पुलिस ने हिंसा में शामिल दर्जनभर लोगों को हिरासत में लेकर स्थिति पर काबू पाया।