बिहार विधानसभा चुनाव 2024 से पहले राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने एक बार फिर एक ऐसा बयान दिया है, जिसने गठबंधन सहित विपक्ष को भी आगबबूला कर दिया है। बेगूसराय में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने साधु-संतों से कहा कि “अब ‘ओम शांति’ नहीं, ‘ओम क्रांति’ का नारा लगाना चाहिए।”
गिरिराज सिंह ने अपने भाषण में कहा कि यह समय धर्म की रक्षा का है। संतों को अब शांति नहीं, बल्कि क्रांति का मार्ग अपनाना चाहिए। अधर्म के खिलाफ खड़े होने का वक्त आ गया है। उन्होंने बिना नाम लिए विपक्षी दलों को “असुरी ताकतें” तक कह डाला, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा हो गया।
JDU ने तुरंत बनाई दूरी, विपक्ष ने बीजेपी पर साधा निशाना
बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने गिरिराज सिंह के इस बयान से तुरंत खुद को अलग कर लिया। JDU के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह उनका निजी विचार है। हमारी पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं। हम शांति और सद्भाव में विश्वास रखते हैं।
वहीं, कांग्रेस ने इस बयान को भड़काऊ बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी धर्म के नाम पर समाज को बांट रही है। असली असुरी शक्तियां तो वे हैं जो गरीबों का हक मारकर सत्ता में बैठी हैं।