भारत सरकार ने देश में बढ़ते मोटापे और लाइफस्टाइल बीमारियों पर लगाम लगाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब सिगरेट-बीड़ी की तरह समोसा, जलेबी, वड़ा पाव और पकोड़े जैसे लोकप्रिय स्नैक्स पर भी स्वास्थ्य चेतावनी (हेल्थ वॉर्निंग) लगाई जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की यह पहल देशभर के रेस्तरां, कैफे और फूड आउटलेट्स पर लागू होगी।
क्या होगा नया नियम?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जंक फूड की पैकेजिंग और मेन्यू कार्ड्स पर स्पष्ट चेतावनी लिखी होगी:
- “इस उत्पाद में उच्च मात्रा में शक्कर/नमक/ट्रांस फैट है – अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक”
- “नियमित रूप से तला हुआ भोजन मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग का कारण बन सकता है”
इसके अलावा, AIIMS और अन्य सरकारी अस्पतालों में विशेष पोस्टर लगाए जाएंगे, जो लोगों को बताएंगे कि 1 समोसे में 300-400 कैलोरी होती है (एक वयस्क की दैनिक जरूरत का 15-20%)। 100 ग्राम जलेबी में 5-6 चम्मच शक्कर होती है। वड़ा पाव एक पूरी थाली के बराबर कैलोरी देता है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में मोटापा एक ‘साइलेंट एपिडेमिक’ बन चुका है 2023 के आंकड़ों के अनुसार, 13.5 करोड़ भारतीय मोटापे से ग्रस्त हैं। 2050 तक यह संख्या बढ़कर 44.9 करोड़ होने का अनुमान है। 8-15 साल के 15% बच्चे ओवरवेट की श्रेणी में हैं। टाइप 2 डायबिटीज के 70% नए मामले जंक फूड से जुड़े हैं।
किन चीजों पर लगेगी वॉर्निंग?
सरकार की लिस्ट में शामिल हैं:
- तले हुए स्नैक्स: समोसा, कचौरी, पकोड़ा, वड़ा
- मिठाइयाँ: जलेबी, गुलाब जामुन, लड्डू, बालूशाही
- फास्ट फूड: बर्गर, पिज़्ज़ा, वड़ा पाव, भेल पूरी
- पैकेज्ड फूड: चिप्स, नमकीन, इंस्टेंट नूडल्स