Bihar Politics : बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची की विशेष जांच (Special Intensive Revision – SIR) के तहत चुनाव आयोग (ECI) ने बड़ा फैसला लिया है। अब तक की प्रक्रिया में 35.69 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाने की पुष्टि हुई है। इनमें मृतक, दूसरे राज्यों में स्थायी रूप से स्थानांतरित और एक से अधिक जगह पंजीकृत मतदाता शामिल हैं।
क्यों हटाए जा रहे हैं इतने नाम?
ECI के अनुसार, अब तक प्राप्त 6.60 करोड़ गणना फॉर्म के विश्लेषण से पता चला है कि 12.55 लाख (1.59%) मतदाता मृत पाए गए। 17.37 लाख (2.2%) स्थायी रूप से अन्य राज्यों में शिफ्ट हो चुके हैं। 5.76 लाख (0.73%) डुप्लीकेट वोटर हैं (एक से ज्यादा जगह रजिस्टर्ड)। यह संख्या अभी अंतिम नहीं है, क्योंकि 11.82% मतदाताओं ने अभी तक फॉर्म जमा नहीं किया है। ECI ने अगले 11 दिनों में शेष फॉर्म जमा करने की अपील की है।
“कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं”: ECI की तैयारी
चुनाव आयोग ने सुनिश्चित किया है कि कोई भी योग्य मतदाता सूची से बाहर न रह जाए। इसके लिए 1 लाख बूथ लेवल अधिकारी (BLO) और 1.5 लाख एजेंट्स घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। शहरी क्षेत्रों में 5,683 वार्डों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं। ECINET ऐप/वेबसाइट (https://voters.eci.gov.in) के जरिए ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा दी गई है।
बाहर रह रहे बिहार के मतदाताओं के लिए खास योजना
अस्थायी रूप से दूसरे राज्यों/देशों में रह रहे मतदाताओं को समाचार विज्ञापन, व्हाट्सएप और डिजिटल माध्यमों से जोड़ा जा रहा है। वे ECINET पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। अपने रिश्तेदारों/दोस्तों के जरिए BLO को फॉर्म भेज सकते हैं। ECI ने 40 पुराने सिस्टम्स को मिलाकर ECINET प्लेटफॉर्म बनाया है, जो इस पुनरीक्षण अभियान को पूरी तरह सपोर्ट कर रहा है।
क्या करें अगर आपका नाम हटाया जाता है?
अगर आपका नाम गलती से हटा दिया जाता है, तो BLO से संपर्क करके नया फॉर्म जमा करें। ऑनलाइन भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा निर्वाचन कार्यालय में सीधे अपील कर सकते हैं।
बिहार में 7.89 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स में से यह बड़ा बदलाव चुनावी प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक कदम है। ECI का लक्ष्य है कि 2024 विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची पूरी तरह अपडेट हो जाए।