Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अब तेज हो चुकी हैं, और राजनीतिक दलों ने अपने-अपने वोट बैंक को मजबूत करने की जंग शुरू कर दी है। इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेताओं तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने एक बड़ा संदेश दिया है – “हर वोटर का नाम वोटर लिस्ट में होना चाहिए, वरना चुनावी हार तय है!”
तेजस्वी यादव का अल्टीमेटम
RJD के युवा नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक हाई-प्रोफाइल वर्चुअल मीटिंग में पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों और कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई वोटर लिस्ट से छूट गया, तो उसकी जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं की होगी।
तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि हर बूथ पर टीम बनाकर वोटर लिस्ट की जांच की जाए। दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के नाम लिस्ट में शामिल होने चाहिए, क्योंकि यही वोटर हमारी ताकत हैं।
मुकेश सहनी का बड़ा आरोप – ‘सरकार वंचितों का नाम हटा रही है!’
VIP के नेता मुकेश सहनी ने इस मीटिंग में एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य और केंद्र सरकार जानबूझकर दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा रही है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि “हर वोटर को फॉर्म भरवाओ, चाहे जो भी हो जाए।
मुकेश सहनी ने चेतावनी दी कि अगर वोटर लिस्ट में नाम नहीं जुड़े, तो ये वोटर दूसरे दलों के पक्ष में चले जाएंगे, जो महागठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा।
2020 के चुनाव से सबक – ‘कुछ सीटों पर मामूली अंतर से हार!’
दरअसल, 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर RJD और JDU-BJP गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर हुई थी, जहां मात्र कुछ सौ वोटों से परिणाम तय हुए थे। इस बार महागठबंधन इस गलती को दोहराना नहीं चाहता। तेजस्वी यादव ने इस बार हर मोहल्ले और टोले में वोटर रजिस्ट्रेशन अभियान चलाने का निर्देश दिया है। उनका मानना है कि अगर यह रणनीति सफल रही, तो महागठबंधन को बड़ा फायदा हो सकता है।