Chitrakoot Bridge Collapse: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में 51 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए चार नए पुलों की पोल पहली ही बारिश में खुल गई। लगातार 12 घंटे की मूसलाधार बारिश ने न सिर्फ निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए, बल्कि कई गांवों का संपर्क भी पूरी तरह से बाधित हो गया। खास बात यह है कि इन पुलों का विधिवत उद्घाटन अभी तक नहीं हुआ था।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर भाजपा पर तंज कसा है। उन्होंने एक्स पर विडियो शेयर कर लिखा है- भाजपाई धराशायी समाचार : भाजपा राज में 10 करोड़ की लागत से बना चित्रकूट का पुल उद्घाटन से पहले ही गिरा। भाजपा का भ्रष्टाचार भरभरा कर गिर रहा है … कभी टंकी, कभी पुल…
बता दें कि वाल्मीकि नदी पर बने 10 करोड़ के बघवारा पुल का एप्रोच मार्ग धंस गया है। मानिकपुर क्षेत्र में धारकुंडी आश्रम मार्ग पर 18 करोड़ की लागत से बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल का एप्रोच मार्ग करीब पांच मीटर तक बह गया है। यह मार्ग यूपी और एमपी की सीमा को जोड़ता है। इससे दोनों राज्यों के दस से अधिक गांवों का आवागमन प्रभावित हुआ है।
तरौंहा में मंदाकिनी नदी पर 10 करोड़ की लागत से बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसका एप्रोच मार्ग पांच मीटर तक बह गया है। रेलिंग में भी दरारें आ गई हैं। यह पुल धर्मनगरी चित्रकूट जाने का प्रमुख मार्ग है और पांच से अधिक गांवों के लोगों के आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है। कल्याणपुर और मकरी पहरा में बने पुलों की स्थिति भी खराब है। इन पुलों के एप्रोच मार्ग धंस गए हैं, सड़कें फट गई हैं और निर्माण में प्रयुक्त सामग्री बारिश में बह गई है।
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वहीं पहाड़ी क्षेत्र के मकरी पहरा गांव के पास लगभग 13 करोड़ की लागत से बने पुल से जुड़े एप्रोच मार्ग की पूरी सड़क में दरार पड़ गई है। पूरी सड़क टूटी है। इसको लेकर स्थानीय निवासियों में नाराजगी जताई जा रही है। ग्रामीण अर्जुन ने बताया कि इस पुल से सात से अधिक गांव के निवासी गुजरते हैं।