प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोतिहारी दौरे के मौके पर शुक्रवार को गांधी चौक पर लगे व्यंग्यात्मक पोस्टरों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। इन पोस्टरों में पीएम मोदी को 2014 के उस चुनावी वादे की याद दिलाई गई जब उन्होंने चनपटिया और मोतिहारी की बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू करवाने और वहां की चीनी से चाय पीने का वादा किया था।
पोस्टरों में क्या लिखा था?
स्थानीय किसानों और युवाओं द्वारा लगाए गए इन पोस्टरों में लिखा था कि “का मोदी जी? अबकी बार मोतिहारी और चनपटिया के चीनी मिल के चीनी के चाय पीके जायेम नु?” इसके साथ ही अन्य व्यंग्यात्मक पंक्तियाँ जैसे “मेरा झूठ”, “सबसे मज़बूत”, “फीकी चाय की दुकान” भी लिखी हुई थीं। ये सभी पोस्टर PM मोदी के रोडशो मार्ग के करीब गांधी चौक पर लगाए गए थे।
क्या है पूरा मामला?
साल 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी में वादा किया था कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो वह क्षेत्र की बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू करवाएंगे। उन्होंने कहा था कि वह स्वयं इन मिलों में बनी चीनी से चाय पीकर इसका स्वाद लेंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री बनने के 10 साल बाद भी ये मिलें नहीं खुल पाई हैं।