Bihar Crime News: बिहार के गया जिले में अंधविश्वास और ओझा-गुणी के संदेह ने एक बुजुर्ग की जान ले ली। टनकुप्पा थाना क्षेत्र के दुखीबिगहा गांव में 62 वर्षीय बिरजू मांझी को शुक्रवार रात अगवा करके बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला गया। शनिवार देर रात बजीरगंज के कोल्हना गांव के पास से उनका शव बरामद हुआ, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक बिरजू मांझी पर कुछ ग्रामीणों ने ओझा-गुणी होने का संदेह जताया था। गांव में किसी की बीमारी या मौत होने पर अक्सर ऐसे लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। पुलिस का मानना है कि इसी अंधविश्वास के चलते बिरजू मांझी को निशाना बनाया गया।
पुलिस जांच के अनुसार, आरोपियों ने पहले बिरजू को उनके घर से अगवा किया। इसके बाद उन्हें दूर ले जाकर लकड़ी और लोहे की रॉड से इतनी बेरहमी से पीटा कि उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारों ने शव को कोल्हना गांव के बधार इलाके में फेंक दिया, जहां से शनिवार रात उसे बरामद किया गया।
गया पुलिस ने इस मामले में हत्या और अपहरण के आरोप में मामला दर्ज किया है। टनकुप्पा थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि हम गांव के कुछ संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स की मदद से जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।