Jharkhand News: राजधानी रांची के मोरहाबादी इलाके में एक अनोखा और तकनीकी रूप से उन्नत चार सितारा होटल निर्माणाधीन है, जिसकी खास बात यह है कि यह पारंपरिक ईंट और बालू से नहीं, बल्कि लोहे की संरचना से तैयार किया जा रहा है। इस तरह की निर्माण तकनीक रांची में पहली बार अपनाई जा रही है, हालांकि देश के अन्य शहरों में ऐसी इमारतें पहले भी बन चुकी हैं। इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे इंजीनियर मोहम्मद मकसूद आलम के अनुसार, यह रांची की पहली पूरी तरह स्टील स्ट्रक्चर पर आधारित बहुमंजिला इमारत है।
होटल की विशेषताएं: सिर्फ 6 महीनों में तैयार
होटल में ग्राउंड फ्लोर पर एक बैंक्वेट हॉल और फर्स्ट फ्लोर पर कॉन्फ्रेंस हॉल बनाया जा रहा है। शेष तीन मंजिलों पर अत्याधुनिक कमरे होंगे, जिन्हें व्यवसायिक उपयोग में लाया जाएगा। पूरी बिल्डिंग नट-बोल्ट से जुड़ी होगी, जिससे इसे भविष्य में खोलकर किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट भी किया जा सकता है।
मजबूती और समय की बचत
इंजीनियर आलम के मुताबिक, यह इमारत पारंपरिक इमारतों की तुलना में 20% ज्यादा खर्चीली जरूर है, लेकिन यह कई मायनों में श्रेष्ठ है। इसमें भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं को सहने की क्षमता अधिक है। पारंपरिक निर्माण में जहां दो साल लगते हैं, वहीं यह स्टील बिल्डिंग सिर्फ 6 महीनों में तैयार हो जाएगी।
इस बिल्डिंग की रीसेल वैल्यू भी होगी, जो आम बिल्डिंग में नहीं होती। इंजीनियर ने यह भी कहा कि देखने में यह बिल्डिंग बिल्कुल सामान्य कंक्रीट स्ट्रक्चर जैसी लगेगी — फर्क तब तक पता नहीं चलेगा जब तक इसकी तकनीकी जानकारी न हो।