Bihar News: पटना के कंकड़बाग स्थित डॉ. दिवाकर तेजस्वी क्लिनिक में सोमवार को ‘पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल एप्रोच फॉर लिविंग’ (पहल) संस्था के तत्वावधान में एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों की निःशुल्क विटामिन-डी जांच की गई और उन्हें इसकी कमी से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
विटामिन-डी की कमी से होने वाले गंभीर रोग
पहल संस्था के चिकित्सा निदेशक और वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि विटामिन-डी न केवल हड्डियों के लिए आवश्यक है, बल्कि यह समग्र स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने चेतावनी दी कि विटामिन-डी की कमी से रूमेटॉइड आर्थराइटिस, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, ल्यूपस, टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग, डिप्रेशन और अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। विशेष रूप से बच्चों में रिकेट्स, युवाओं में थकान और वृद्धों में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या इसकी कमी से उत्पन्न होती है।
शहरी जीवनशैली बन रही मुख्य कारण
डॉ. तेजस्वी ने बताया कि आधुनिक शहरी जीवनशैली, धूप में कम समय बिताना और पोषण की कमी के कारण विटामिन-डी की कमी एक वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी है। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रतिदिन 20-30 मिनट सुबह या शाम की हल्की धूप में बैठना, विटामिन-डी युक्त खाद्य पदार्थों (मछली, अंडे, दूध, मशरूम) का सेवन और नियमित जांच करवाना इस समस्या से बचाव के प्रमुख उपाय हैं।