Bihar Crime News: बिहार पुलिस ने राज्य के सबसे खतरनाक और वांटेड अपराधियों में शुमार मुकेश पाठक को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। मोतिहारी के मेहसी थाना क्षेत्र से पुलिस की विशेष टीम ने मुकेश और उसके दो सहयोगियों को नए एक अपहरण और रंगदारी के मामले में धर दबोचा। मुकेश पर दरभंगा के चर्चित डबल इंजीनियर हत्या केस समेत कुल 22 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मोतिहारी पुलिस को मुकेश पाठक के एक नए अपराध की सूचना मिली थी। नेयामतगंज निवासी रंजीत कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मुकेश और उसके साथियों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और उनके भाई व भतीजे का अपहरण कर मारपीट की। इसके बाद चकिया डीएसपी संतोष कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने रातोंरात छापेमारी कर मुकेश पाठक, अविनाश गिरि और धीरज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। अपराध में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी भी जब्त कर ली गई।
मुकेश पाठक का नाम बिहार के सबसे खतरनाक अपराधियों की सूची में शुमार है। मोतिहारी के मरूआबाद गांव का रहने वाला यह आरोपी कुछ महीने पहले ही जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। उस पर पूर्वी चंपारण, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर और गोपालगंज जिलों में हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण के कुल 22 मामले दर्ज हैं।
मुकेश पाठक सबसे पहले सुर्खियों में तब आया था जब उसने दरभंगा के बहेड़ी थाना क्षेत्र में दो इंजीनियरों की रंगदारी के लिए हत्या कर दी थी। इससे पहले वह कुख्यात अपराधी संतोष झा के गिरोह का हिस्सा था, लेकिन बाद में आपसी मतभेद के चलते संतोष झा की हत्या कर दी गई जिसमें मुकेश का नाम भी सामने आया था।
पुलिस इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता मान रही है। एसआईटी टीम अब मुकेश के पूरे आपराधिक नेटवर्क को उजागर करने में जुटी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुकेश के अन्य सहयोगियों की तलाश के लिए छापेमारी जारी है। साथ ही, गवाहों की सुरक्षा और फॉरेंसिक जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मोतिहारी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुकेश पाठक लंबे समय से पुलिस की नजर में था। “जेल से रिहा होने के बाद वह फिर से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया था। हमारी टीम ने सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार कर लिया।” पुलिस ने यह भी बताया कि मुकेश के खिलाफ पहले से चल रहे सभी मामलों में अब सख्त कार्रवाई की जाएगी।