Bihar Politics: बिहार में मतदाता सूची को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। लालू यादव के परिवार ने मतदाता सूची में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। चुनाव आयोग ने तेजस्वी के नाम पर दो मतदाता सूचियां होने की बात कही है और उन्हें नोटिस भेजा है। अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी मतदाता सूची में अनियमितताओं की बात कही है। रोहिणी आचार्य ने नई मतदाता सूची को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हुए इसमें गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
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उन्होंने दीघा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची का हवाला देते हुए कहा कि एक ही मकान – मकान नंबर 107 – में विभिन्न धर्म, जाति और समुदाय के लोग एक साथ दर्ज हैं, जो बेहद संदेहास्पद है। उन्होंने ट्वीट कर सवाल उठाया तिवारी, सिन्हा, अंसारी, पासवान, मुस्तफा, यादव… सब एक ही घर में कैसे रह सकते हैं? यह आंकड़े हैं या मज़ाक?”
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में कुत्ता बाबू, सोनालिका ट्रैक्टर, देवी-देवताओं के नाम पर मतदाता पहचान पत्र बनाए गए हैं। रोहिणी ने आरोप लगाया कि यह सब भाजपा और सत्तारूढ़ गठबंधन को फ़ायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने अदालत से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर सवाल
रोहिणी आचार्य ने मतदाता सूची की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करते हुए निर्वाचन आयोग से स्पष्ट जवाब मांगा है। उनका कहना है कि यह कोई सामान्य त्रुटि नहीं है, बल्कि सुनियोजित गड़बड़ी का संकेत है, जिससे आगामी चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब एक ही मकान में इतने अलग-अलग नाम दर्ज हो रहे हैं, तो यह केवल चूक नहीं बल्कि साजिश भी हो सकती है। चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए कि आखिर यह सब कैसे हो रहा है?”





















