अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चले सैन्य संघर्ष के बाद ‘स्थिति को संभाल लिया था’, जो एक ‘परमाणु युद्ध’ में बदल सकता था। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार को यह भी दावा किया कि इस संघर्ष के दौरान पांच या छह विमान ‘मार गिराए गए’ थे। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे-भारत या पाकिस्तान, या फिर वह दोनों देशों के कुल नुकसान की बात कर रहे थे। भारत यह कहता रहा है कि दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) ने अपनी सैन्य कार्रवाई आपसी बातचीत के जरिए रोकी थी और इसमें अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी।
कांग्रेस ने एक्स के जरिये पोस्ट कर निशाना साधा है. ट्रंप के बयान पर कांग्रेस ने लिखा कि अबकी बार 36वीं बार। ट्रंप ने कहा – मैंने व्यापार के जरिए भारत और पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी। इस जंग में 5 से 6 फाइटर जेट गिराए गए। कांग्रेस ने लिखा कि सवाल अब भी वही है- नरेंद्र मोदी ने देश के सम्मान का समझौता क्यों किया?

बता दें कि ट्रंप ने यह बयान अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान की मौजूदगी में दिया। ये तीनों नेता एक त्रिपक्षीय हस्ताक्षर समारोह में शामिल हुए, जहां अमेरिका की मध्यस्थता में एक शांति समझौते पर दस्तखत किए गए। ट्रंप ने कहा, ‘राष्ट्रपति के तौर पर मेरी सबसे बड़ी आकांक्षा दुनिया में शांति और स्थिरता लाना है। आज का यह समझौता भारत और पाकिस्तान के साथ हमारी सफलता के बाद हुआ है।’
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अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, ‘वे एक-दूसरे के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ रहे थे, हालात काफी गंभीर हो गए थे। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, एक बड़ा टकराव-शायद परमाणु युद्ध- हो सकता था, लेकिन ठीक पहले दोनों महान नेता एकसाथ आए और हालात को संभाला।’ ट्रंप ने कहा कि वह व्यापार के जरिए संघर्ष सुलझा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच मामला सुलझाया। मुझे लगता है कि इसका बड़ा कारण व्यापार था, बाकी किसी वजह से नहीं….’ उन्होंने इस कार्यक्रम में अपने बयान के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का दो बार उल्लेख किया।