बिहार की सियासत इन दिनों गरमा गई है। विधानसभा चुनाव से पहले जहां राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है, वहीं मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने हैं। विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सत्ताधारी दल के इशारे पर गड़बड़ी करने और मतदाताओं के नाम काटने का आरोप लगाया है। इसी मुद्दे पर महागठबंधन ने आज से ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की है। इस यात्रा को लेकर सबसे बड़ा फेरबदल यह हुआ है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी शामिल होंगे।
लालू दिखायेंगे हरी झंडी
सूत्रों के मुताबिक, सासाराम में यात्रा की औपचारिक शुरुआत लालू प्रसाद यादव करेंगे। वे और तेजस्वी यादव हेलीकॉप्टर से रोहतास पहुंचे, जहां से यात्रा को हरी झंडी दी जाएगी। दूसरी ओर, राहुल गांधी दिल्ली से पटना पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा सासाराम रवाना हुए। इस मौके पर महागठबंधन के सभी घटक दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
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विपक्ष का आरोप और मकसद
महागठबंधन ने इस यात्रा को चुनाव आयोग द्वारा किए जा रहे वोटर लिस्ट पुनरीक्षण और SIR (Special Revision of Electoral Roll) के नाम पर कथित गड़बड़ी के खिलाफ अभियान बताया है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी के इशारे पर मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं और “वोट चोरी” की कोशिश हो रही है। तेजस्वी यादव ने यात्रा से पहले एक विशेष अभियान गीत लॉन्च किया, जिसमें ‘बिहार विजय’ की कामना की गई है और लोकतंत्र बचाने का संदेश दिया गया है। महागठबंधन का कहना है कि इस यात्रा का मकसद न सिर्फ चुनावी तैयारी, बल्कि जनता की राय जानना और विपक्ष को मजबूती से एकजुट करना है।
16 दिन, 25 जिले, 1300 किलोमीटर
‘वोट अधिकार यात्रा’ 16 दिनों तक चलेगी और 25 जिलों से गुजरते हुए करीब 1300 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यात्रा के दौरान 20, 25 और 31 अगस्त को ब्रेक रखा गया है। खास बात यह है कि राहुल गांधी पहली बार इतने लंबे समय तक लगातार बिहार में सक्रिय रहेंगे। शेष 13 दिनों तक वे राज्य में ही रहकर यात्रा में हिस्सा लेंगे। यह यात्रा दक्षिण बिहार से शुरू होकर उत्तर बिहार तक जाएगी और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली के साथ समाप्त होगी। इस दौरान राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव जनता से सीधा संवाद करेंगे और महागठबंधन की ओर से एकजुटता का संदेश देंगे।
मुख्य पड़ाव इस प्रकार हैं:
17 अगस्त: सासाराम (रोहतास) से शुरुआत
18 अगस्त: औरंगाबाद
19 अगस्त: गया, नालंदा
21 अगस्त: शेखपुरा, लखीसराय
22 अगस्त: मुंगेर, भागलपुर
23 अगस्त: कटिहार
24 अगस्त: पूर्णिया, अररिया
26 अगस्त: सुपौल, मधुबनी
27 अगस्त: दरभंगा, मुजफ्फरपुर
28 अगस्त: सीतामढ़ी, मोतिहारी
29 अगस्त: बेतिया, गोपालगंज, सिवान
30 अगस्त: छपरा, आरा
1 सितंबर: पटना (गांधी मैदान में समापन रैली)






















