Vice President Election 2025: भाजपा संसदीय दल की रविवार को हुई अहम बैठक में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके नाम का औपचारिक ऐलान किया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहा। पार्टी ने राधाकृष्णन के नाम पर सर्वसम्मति जताई।
सीपी राधाकृष्णन 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस मौके पर एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी दिल्ली में मौजूद रहेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग 9 सितंबर को होगी और उसी दिन नतीजे भी आ जाएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त तय की गई है जबकि 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी।
राधाकृष्णन के नाम की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। धनखड़ के इस्तीफे के बाद राजनीतिक हलकों में कयासों का दौर शुरू हो गया था। अब भाजपा ने साफ कर दिया है कि इस पद के लिए वह दक्षिण भारत से आने वाले वरिष्ठ और अनुभवी नेता पर दांव खेल रही है।
सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर लंबा रहा है। वे तमिलनाडु से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और भाजपा संगठन में भी विभिन्न भूमिकाएं निभा चुके हैं। माना जा रहा है कि एनडीए ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर दक्षिण भारत में अपना राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है। यह कदम विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के लिए भी चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि एनडीए के पास संख्याबल में स्पष्ट बढ़त है।
माना जा रहा है कि राधाकृष्णन की उम्मीदवारी भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय संतुलन साधने पर जोर देती है। उपराष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी दक्षिण भारत के साथ-साथ तमिलनाडु में भाजपा की राजनीतिक उपस्थिति को भी मजबूत कर सकती है।
अब निगाहें 9 सितंबर को होने वाले मतदान पर टिकी हैं। हालांकि संख्याबल को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि राधाकृष्णन की जीत लगभग निश्चित है। लेकिन विपक्ष किसे मैदान में उतारेगा, इस पर सबकी नज़रें टिकी हैं।






















