Patna Kidnapping Case: पटना के फुलवारीशरीफ इलाके से रविवार को हुई अपहरण की सनसनीखेज वारदात ने पूरे बिहार को हिला दिया। डेंटिस्ट डॉ. सुनील कुमार के 11 वर्षीय बेटे का अपहरण करने वाला कोई बाहरी अपराधी नहीं बल्कि परिवार का ही सदस्य निकला। अपहरणकर्ता और कोई नहीं, बल्कि बच्चे का ममेरा जीजा रमेश रंजन था, जिसने कर्ज चुकाने के दबाव में यह खौफनाक कदम उठाया।
घटना की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अपहृत बच्चे ने हिम्मत और सूझबूझ का परिचय देकर अपनी जान बचाई। आरोपी ने रास्ते में रुमाल पर केमिकल लगाकर उसका मुंह दबाया और गला दबाने का प्रयास किया। तभी साहस जुटाकर बच्चे ने आरोपी की गर्दन में दांत से काट लिया और चलते वाहन से कूदकर एक रेस्टोरेंट में शरण ली। वहां मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की और आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मात्र छह घंटे में बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
एसपी पश्चिमी सिटी भानु प्रताप ने प्रेसवार्ता में बताया कि अपहरणकर्ता रमेश रंजन पटना के जगदेव पथ स्थित तिलक नगर का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से कार, चाकू, दो मोबाइल और 6420 रुपये नकद बरामद किए। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने श्रृंगार दुकान के लिए 15 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसमें 12 लाख रुपये अब भी बकाया है। साथ ही उस पर कुल मिलाकर करीब 70 लाख रुपये का कर्ज है। इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने फिरौती की योजना बनाई और अपने ही रिश्तेदार के बच्चे को निशाना बना लिया।






















