वोट चोरी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी जैसे आरोपों का सामना कर रहे चुनाव आयोग ने 17 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्षी पार्टियों के सभी आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया। आयोग के जवाब के बाद अब इंडी गठबंधन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
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मुख्य चुनाव आयुक्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, हमें भारत के संविधान से शक्ति मिल रही है। उन्होंने कहा कि आपने पहले कभी पूरे विपक्ष का, अपने ही चुनाव आयोग के खिलाफ ऐसा प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं देखा होगा। हम सबने देखा कि चुनाव आयोग विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं दे रहा था, उल्टा किसी और के इरादे को सार्वजनिक तौर पर सामने रख रहा था।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने रविवार का दिन चुना और 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ये इसलिए किया गया, ताकि सासाराम में उसी समय शुरू हो रही विपक्ष की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के संदेश को लोगों तक पहुंचने न दिया जाए। हमने देखा कि चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक भी पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दिया। हमने कुछ जिंदा लोगों को सुप्रीम कोर्ट में पेश किया, जिनको चुनाव आयोग ने मृत घोषित कर दिया था, लेकिन इससे चुनाव आयोग को कोई फर्क नहीं पड़ा।
कन्हैया कुमार ने कहा- SIR में भारी पैमाने पर धांधली.. चुनाव आयोग बुरी तरह फंस गया है
मुख्य चुनाव आयुक्त कह रहे थे कि विपक्ष हमसे सवाल पूछकर संविधान का अपमान कर रहा है। इसलिए मैं चुनाव आयोग से कह देना चाहता हूं आप संविधान के पर्याय नहीं हैं, बल्कि आप इससे जन्में हैं। चुनाव आयोग, संविधान की आड़ लेकर इसकी धज्जियां ना उड़ाए। इसे टुकड़े-टुकड़े न करें। यह पुस्तक एक सुरक्षा और संरक्षण है; यह संवैधानिक औचित्य और नैतिकता के आपके उल्लंघन के लिए ढाल नहीं बन सकती।
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वहीं आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि चुनाव आयुक्त की बातें सुनकर लगा कि उनका नाम ज्ञानेश कुमार की जगह अज्ञानेश कुमार होना चाहिए। उन्होंने अज्ञानता की बातें की। अब या तो वो मूर्ख हैं या जानबूझकर मूर्ख बन रहे हैं। चुनाव आयोग ने SIR के नाम पर एक महीने में 65 लाख लोगों के वोट काट दिए। 22 लाख लोगों को मृत बता दिया। जिस बिहार का बड़ा हिस्सा बाढ़ में डूबा है, वहां लोगों से कागज मांगा जा रहा है।

BJP कहती है- वोट उन्हीं के कट रहे हैं, जो घुसपैठिए और बांग्लादेशी हैं। यानी जिन रिटायर्ड IAS अधिकारी का वोट कट गया, उन्हें बांग्लादेश भेजा जाएगा। पूरे देश को तमाशा बना दिया गया है। दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के एक-एक घर में 33 वोट जोड़े गए। हमने शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
चुनाव आयोग कह रहा है कि CCTV फुटेज देंगे तो महिलाओं की प्राइवेसी भंग हो जाएगी, लेकिन जब न्यूज चैनल वोट डालने के लिए लाइन में खड़ी महिलाओं को दिखाते हैं, तब प्राइवेसी भंग नहीं होती। चुनाव आयोग ने कल अपनी बातों से साफ-साफ दिखा दिया है कि उन्होंने BJP के साथ मिलकर देश में वोट का घोटाला किया है।






















