Bihar Election 2025: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का हालिया बयान विवादों में घिर गया है। राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से जुड़े सुबोध कुमार का नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का दावा करते हुए इसे “वोट चोरी” करार दिया था। उन्होंने कहा था कि जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं और चुनाव आयोग केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रहा है।
लेकिन इस बयान के तुरंत बाद नवादा जिला प्रशासन ने आधिकारिक दस्तावेजों के साथ राहुल गांधी के आरोप को खारिज कर दिया। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया कि सुबोध कुमार का नाम कभी भी मतदाता सूची में शामिल नहीं रहा। उनके परिवार के बाकी सदस्य मतदान केंद्र संख्या 10 की सूची में जरूर दर्ज हैं, लेकिन खुद सुबोध न तो पहले लिस्ट में थे और न ही विलोपित सूची में पाए गए।
प्रशासन ने यह भी बताया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए फॉर्म-6 भरना और आवश्यक घोषणा-पत्र जमा करना होता है। सुबोध कुमार ने न तो फॉर्म-6 भरा और न ही बीएलओ के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई। ऐसे में यह कहना कि उनका नाम हटाया गया है, तथ्यात्मक रूप से गलत है।
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी के “वोट चोरी” संबंधी दावे प्रशासनिक स्तर पर खारिज किए गए हों। इससे पहले औरंगाबाद की रंजू देवी मामले में भी उन्होंने मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाया था, जिसे अधिकारियों ने गलत ठहराया था।






















