बिहार में शिक्षकों की बहाली लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक बहस का मुद्दा बनी हुई है। लाखों अभ्यर्थी नई भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बड़ा बयान देकर उम्मीदवारों को राहत दी है। उन्होंने साफ किया कि BPSC TRE-4 भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सभी जिलों से रिक्तियों का ब्योरा मंगवाया गया है और एक सप्ताह के भीतर पूरी सूची बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को सौंप दी जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया के बाद BPSC TRE-5 की भी घोषणा होगी। वहीं, TRE-4 में उम्र सीमा में 10 साल की छूट की मांग पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला था और सरकार इस विषय पर गंभीरता से मंथन कर रही है। एक सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर अंतिम फैसला कर लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अब तक अनुकंपा के आधार पर लगभग 5500 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। वहीं, हाल के वर्षों में शिक्षा विभाग में ढाई लाख से अधिक नौकरियां दी गई हैं। सुनील कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सबसे अधिक ध्यान शिक्षा क्षेत्र पर है, इसलिए अब तक सभी विभागों की तुलना में शिक्षक बहाली सबसे ज्यादा की गई है।
डोमिसाइल नीति पर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कदम अभ्यर्थियों के हित में उठाया गया है ताकि बिहार के युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी का अवसर मिल सके। शिक्षा मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जो भी निर्णय होगा, वह पारदर्शिता और अभ्यर्थियों के हित को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा और पूरी प्रक्रिया की फाइल जल्द ही BPSC को भेज दी जाएगी।
इसी के साथ उन्होंने STET परीक्षा को लेकर भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि पहले से लगभग चार लाख अभ्यर्थी मौजूद हैं, फिर भी विभाग इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। जो भी अंतिम निर्णय होगा, उसे भी जल्द ही BPSC को भेजा जाएगा।
















