फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को टैक्स फ्री करने में बिहार को कुछ और राज्यों के शामिल कर लिया गया है। डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने ट्वीट किया था और कहा था कि बिहार में फिल्म को टैक्स फ्री किया जाएगा ताकि आम लोग इसे आसानी से देख सकें। यह फिल्म राष्ट्रवाद से प्रेरित है। इसने उस समय की स्थिति और परिप्रेक्ष्य को चित्रित किया है। सोशल मीडिया के जरिए यह घोषणा करने से पहले डिप्टी सीएम ने विधान परिषद में कहा था कि औपचारिक घोषणा करने से पहले वह इस संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। वही आज कश्मीर फाईल को बिहार में टैक्स फ्री कर दिया गया है। जिसको लेकर बिहार सरकार ने आदेश भी जारी कर दिया है।
सच्ची घटना पर आधारित
फिल्म 1990 में कश्मीरी पंडितों द्वारा सहे गए क्रूर कष्टों की सच्ची घटना पर आधारित है। कश्मीर फाइल्स फिल्म में अनुपम खेर पुष्करनाथ, मिथुन चक्रवर्ती ब्रह्म दत्त, पल्लवी जोशी राधिका मेनन, भाषा सुंबली श्रद्धा पंडित और चिन्मय मंडलेकर फारूक मलिक उर्फ बिट्टा ने अभिनय किया है। फिल्म को ज़ी स्टूडियोज, आईएएमबुद्धा और अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स बैनर के तहत तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक अग्निहोत्री द्वारा नियंत्रित किया गया है।
भाजपा पर निशाना
हालांकि, कांग्रेस एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा ने उच्च सदन में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवा पार्टी को लोगों को यह भी बताना चाहिए कि कश्मीरी पंडितों के पलायन और हत्या के दौरान केंद्र में कौन सी सरकार सत्ता में थी। उन्होंने कहा कि गुजरात दंगों पर बनी फिल्म को भी टैक्स फ्री किया जाना चाहिए। कांग्रेस विधायक आनंद शंकर ने कहा कि उस वक्त कश्मीर में जगमोहन राज्यपाल थें और वीपी सिंह की सरकार चल रही थी।
भाजपा इस फिल्म को लेकर राजनीति कर रही
वह भी सरकार भाजपा की मदद से चल रही थी। कत्लेआम तो उनके समय में हुआ। यह आम लोगों को भरमाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं। कश्मीर फाईल फिल्म को टैक्स फ्री कीजिये इसका स्वागत है। यह सिनेमा है इसे सिनेमा की तरह लाभ उठाईये। लेकिन भाजपा इस फिल्म को लेकर राजनीति कर रही है। इस तरह से लखीमपुर खीरी पर भी फिल्म बनाना चाहिए कि किस तरह भाजपा के मंत्री के बेटे ने आम किसानों को रौंद डाला। कांग्रेस विधायक ने प्रश्न करते हुए यह कह दिया कि इस कांड के लिए भी बनाएंगे क्या फिल्म? इस पर भी टैक्स फ्री करेंगे क्या?