बिहार विधानसभा से पहले जमुई में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को बड़ा झटका लगने वाला है। जमुई में एससी-एसटी समुदाय के दिग्गज नेताओं ने मिलकर ‘सामाजिक न्याय पार्टी’ का गठन किया है। इसी मंच से चर्चित चेहरा परी पासवान ने 2025 विधानसभा चुनाव में सिकंदरा सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनने का ऐलान किया। यह सीट फिलहाल हम पार्टी के विधायक प्रफुल्ल मांझी के कब्जे में है।
परी पासवान ने अपने संबोधन में बड़े दलित नेताओं पर परिवारवाद का सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं को आरक्षण से अवसर मिला, उन्होंने उस लाभ को समाज में बांटने के बजाय अपने परिवार तक सीमित कर लिया। भाई, बहन और यहां तक कि जीजा तक को राजनीतिक पदों पर बैठा दिया गया। यह इशारा साफ तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान और उनके जीजा अरुण भारती की ओर माना जा रहा है।
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परी पासवान ने कहा कि आज भी कई दलित और पिछड़े बहुल इलाकों में लोग सिर्फ वोटर आईडी तक ही सीमित हैं। उन्हें दूसरे जरूरी दस्तावेजों, अधिकारों और योजनाओं की जानकारी नहीं दी जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े नेता नहीं चाहते कि यह वर्ग पूरी तरह शिक्षित और जागरूक हो, क्योंकि वे उन्हें महज वोट बैंक बनाए रखना चाहते हैं। सामाजिक न्याय पार्टी का मकसद इस वर्ग को राजनीतिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो सामाजिक न्याय पार्टी की योजना बिहार के 30 विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवार उतारने की है। इसकी शुरुआत सिकंदरा से की गई है, जहां परी पासवान खुद मैदान में उतरेंगी। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस पार्टी को लेकर और बड़े ऐलान होंगे। ऑफ द रिकॉर्ड सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि जमुई से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में बड़ी टूट की संभावना है। कई वरिष्ठ नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता नई पार्टी से जुड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि इसका औपचारिक ऐलान जल्द ही सार्वजनिक मंच से किया जाएगा।






















