Patna News दानापुर में पिछले 25 दिनों से लोग जल जमाव के बीच जीवन बसर कर रहे हैं. जल जमाव से सड़कें और गलियां झील बनी हैं. जल जमाव में फंसे लोग सिर्फ रोजमर्रा के जरूरत की सामान खरीदने के लिए ही घर से निकल पा रहे हैं. इसके साथ ही नेहरू पथ के आईएएस कॉलोनी मोड़, प्रियदर्शी नगर, जजेज कॉलोनी, एलआईसी कॉलोनी, अर्पणा बैक कॉलोनी, उजी नगर, लेखा नगर के साथ अन्य कॉलोनियों की सड़कों पर जल जमाव है.
लोगों ने बताया कि आज तक हाथी खाना मोड़ से नया टोला पुल तक नाले की साफ-सफाई नहीं कराई गई. 40 फीट के नाला को अधिकतर जगहों पर 5 से 10 फीट का नाला बना दिया गया है. जिससे बारिश का पानी सही तरीके से नहीं निकलने के कारण कॉलोनियों और सड़कों पर जल जमाव की स्थिति बनी है. साथ ही बड़े-बड़े अपार्टमेंटों से जल निकासी के लिए नाले नहीं बनाया गया है.
एसडीओ दिव्या शक्ति ने बताया कि जल्द ही नगर के जल जमाव की समस्याओं से लोगों को निदान करने के लिए प्लान बनाया जाएगा. परिषद के ईओ पंकज कुमार ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से सुलिस गेट बंद होने के कारण जल जमाव हो गया है. उन्होंने बताया कि बुडको द्वारा बड़ा नाला निर्माण कार्य अधूरा छोड़ने और मेट्रो परियोजना के कारण नगर में जल जमाव की समस्या बनी है. उन्होंने बताया कि एक सौ पंपिंग सेट, मोटर पंप और सुपर शकर मशीन से भी जल निकासी की जा रही है. भद्र घाट मां गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार और शशि शर्मा ने बताया कि गंगा स्नान करने वालों और पूजा पाठ करने वालों की परेशानी बढ़ गई है. कंगन घाट और खाजेकला घाट पर सीढ़ी डूब गई है. एसडीओ सत्यम सहाय ने बताया कि थानाध्यक्षों को भी निर्देशित किया गया है कि वो गंगा में निगरानी रखें.






















