होली का त्योहार भारत में शुरू हो चुका है। 18 और 19 मार्च, दोनों दिन भारत के अलग अलग हिस्सों में यह त्योहार मनाया जाएगा। लेकिन रंगों के इस उत्सव के बीच एक डर का रंग भी फैल रहा है। वह डर है कोरोना महामारी की चौथी लहर का। इस लहर की शुरुआत भी चीन से ही हुई है। डरावनी बात यह है कि चीन ने जो अब तक नहीं सहा, उससे ज्यादा इस बार सह रहा है। दरअसल पिछले साल 29 मार्च 2021 को होली का त्योहार मनाया गया था। उसके बाद अप्रैल के पहले सप्ताह से कोरोना की दूसरी लहर ने पूरी तरह भारत को चपेट में ले लिया था।
पिछले साल से ज्यादा केस
कोरोना की दूसरी लहर 2021 में आई लेकिन चीन में कोरोना के दर्ज मामलों की संख्या 15248 ही रही। लेकिन 2022 में हाल बदल चुका है। अभी तीन महीने भी 2022 के नहीं बीते हैं लेकिन चीन में 23 हजार से ज्यादा कोरोना के केस सामने आ चुके हैं। चीन के कुल 31 प्रांतों में 28 में कोरोना तेजी से बढ़ा है। बीजिंग, शंघाई, जिलिन, शेनजेन सभी बड़े प्रांत इसकी चपेट में हैं। दर्जन भर से अधिक शहरों में चीन सरकार ने सख्त लॉकडाउन भी लगा दिया है।
फैलने का खतरा
कोरोना की पहली लहर की शुरुआत भी चीन से ही हुई थी। इसके बाद पूरी दुनिया में कोरोना फैला। पहली के बाद दूसरी और फिर तीसरी लहर ने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया। अब चौथी लहर की आशंका है, जिसके फैलने का खतरा है। चीन के अलावा जर्मनी, इटली, फ्रांस समेत कई यूरोपीय देशों और साउथ कोरिया जैसे एशियाई देशों में भी कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं।