बिहार की राजनीति इन दिनों संवेदनशील मुद्दे पर गरमाई हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार राज्य जीविका निधि क्रेडिट कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि हाल ही में राजद-कांग्रेस के मंच से उनकी दिवंगत माता को गालियां दी गईं, जो न केवल उनकी व्यक्तिगत पीड़ा है बल्कि देश की हर मां-बहन-बेटी का अपमान है। मोदी ने कहा कि यह अपमान बिहार की मिट्टी को भी दुखी करता है और इस दर्द को वे बिहार की माताओं-बहनों के साथ साझा करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में साफ शब्दों में कहा कि उनकी मां पर की गई अभद्र टिप्पणी सिर्फ एक परिवार पर चोट नहीं है, बल्कि यह भारत की संस्कृति और मातृत्व का अपमान है। मोदी ने कहा कि जब वे लाखों महिलाओं की उपस्थिति में इस कार्यक्रम से जुड़े, तो उनके मन में अपनी मां की याद और ज्यादा गहरी हो गई। उन्होंने कहा कि बिहार की माताओं-बहनों का आशीर्वाद ही उन्हें इस पीड़ा को सहने की ताकत देगा।
बिहार में पीएम मोदी की मां को गाली.. नीतीश कुमार के सामने ही भावुक हो गए
पीएम मोदी की इस भावुक अपील का असर कार्यक्रम स्थल पर भी साफ नजर आया। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल उनकी बात सुनते-सुनते भावुक हो गए और मंच पर उनकी आंखें नम हो गईं। जायसवाल ने मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को पूरे बिहार की करीब 20 लाख मां-बहन-बेटियां सुन रही थीं। ऐसे में जब राजद और कांग्रेस के मंच से मोदी की स्वर्गीय माताजी को गंदी गालियां दी गईं, तो यह न सिर्फ एक परिवार का अपमान है, बल्कि समूचे बिहार की अस्मिता पर धक्का है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा पाप कोई नहीं हो सकता और यही वजह है कि वे कार्यक्रम के दौरान खुद को भावुक होने से रोक नहीं पाए।
जायसवाल ने कहा कि बिहार की धरती हमेशा से संस्कार और सम्मान की पहचान रही है, लेकिन इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल पूरे राज्य को शर्मसार कर देता है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और राजद की इस राजनीति से बिहार की जनता गहराई से आहत हुई है और आने वाले समय में इसका असर चुनावी नतीजों में साफ दिखाई देगा।






















