पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत ने नया मोड़ ले लिया है। सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए को उस समय बड़ा झटका लगा जब जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के तीन प्रमुख नेताओं ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया। यह घटनाक्रम न केवल गठबंधन की अंदरूनी मजबूती पर सवाल खड़ा कर रहा है बल्कि आगामी चुनावी रणनीति को भी प्रभावित करने वाला माना जा रहा है।
मंगलवार को जेडीयू किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव डॉ. अभिषेक मिश्रा, बीजेपी के वरिष्ठ नेता रामकेवल गुप्ता और हरिनंदन ठाकुर ने औपचारिक रूप से राजद की सदस्यता ग्रहण की। इन नेताओं को राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने पार्टी में शामिल कराया। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद और प्रदेश महासचिव डॉ. प्रेम कुमार गुप्ता भी मौजूद रहे।
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राजद में इन नेताओं के शामिल होने को पार्टी रणनीतिक जीत के रूप में देख रही है। प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने कहा कि तेजस्वी यादव का विज़न और उनका तैयार किया गया रोडमैप बिहार की राजनीति को नई दिशा दे रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास, नौकरी और रोजगार जैसे मुद्दों को केंद्र में रखकर आरजेडी जनता का भरोसा जीत रही है और यही वजह है कि दूसरे दलों से नेताओं की लगातार आमद हो रही है।






















