राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कश्मीर फाइल्स विवाद पर कहा कि अतीत पर चर्चा करना देश के हित में नहीं है। गहलोत ने अपने एक ट्वीट में कहा कि सोशल मीडिया पर फिल्म के बारे में बहस देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ती है। गहलोत ने कहा कि अतीत पर टिप्पणी करना सही नहीं है। पूरे देश और सभी धर्मों के लोग उस समय की घटनाओं का दर्द महसूस करते हैं। इस तरह की चर्चाएं हिंदुओं और मुसलमानों और अन्य सभी धर्मों के बीच विभाजन को बढ़ा सकती हैं। यह राष्ट्रीय हित में नही है। बता दें कि राजस्थान में भाजपा ने कश्मीर फाइल्स टैक्स फ्री करने को कहा है।
समुदाय के खिलाफ नफरत
वहीं कांग्रेस तमिलनाडु के प्रमुख केएस अलागिरी ने कहा कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक समुदाय के खिलाफ नफरत को उकसाती है। अलागिरी ने तमिल में एक ट्वीट में कहा, कश्मीर फ़ाइल्स एक ऐसी फिल्म है जिसका उद्देश्य एकतरफा अर्धसत्य और निराधार मनगढ़ंत बातों को प्रदर्शित करके इस्लामी लोगों के खिलाफ नफरत भड़काना है। उन्होंने आगे कहा कि यह दिखाने के लिए पर्याप्त ऐतिहासिक सबूत हैं कि फिल्म का उद्देश्य मिथकों को फैलाना है।
कांग्रेस का जनाधार नहीं
इधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कई राज्यों में फिल्म को कर-मुक्त कर दिया है, भाजपा ने फ़िल्म की आलोचना करने वालों पर निशाना साधा और कहा कि गहलोत को भी राजस्थान में फिल्म को कर-मुक्त बनाना चाहिए। भाजपा ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति को कांग्रेस ने बढ़ावा दिया था, लेकिन कांग्रेस का जनाधार खिसक गया है और यह विलुप्त होने के कगार पर है। देश की जनता कांग्रेस की हकीकत को समझ चुकी है।