Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल गरमा चुका है और इसी बीच शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। Live Times के दीपक चौरसिया से खास बातचीत में अशोक चौधरी ने न सिर्फ राज्य की मौजूदा राजनीति पर खुलकर अपनी राय रखी बल्कि विपक्ष पर करारा हमला भी बोला। उनका यह साफ और बेबाक इंटरव्यू चुनावी बहस को नई दिशा दे रहा है।
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अशोक चौधरी ने कांग्रेस कार्यालय पर हाल ही में हुई तोड़फोड़ को गलत और टालने योग्य बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध जताना हर नागरिक का हक है लेकिन यह कभी भी हिंसा या अराजकता में नहीं बदलना चाहिए। प्रधानमंत्री के परिवार पर की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों पर उन्होंने कहा कि विचारधारा पर मतभेद होना अलग बात है लेकिन निजी हमले लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ हैं।
बिहार चुनावों पर बोलते हुए मंत्री ने विपक्ष के वोट छेड़छाड़ के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अफवाह है, जनता को गुमराह करने की साजिश है। चौधरी ने नीतीश कुमार सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि गरीबी दर 40 प्रतिशत से घटकर 16 प्रतिशत तक आ गई है, और पहले जहां सिर्फ दो इंजीनियरिंग कॉलेज थे आज हर जिले में उच्च शिक्षा संस्थान मौजूद हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार की सेहत और शासन क्षमता पर सवाल उठाना सिर्फ राजनीतिक नौटंकी है, असलियत यह है कि उनका अनुशासन, ईमानदारी और विकास पर फोकस आज भी बरकरार है।
इंटरव्यू के दौरान अशोक चौधरी ने एक नया सुझाव भी रखा कि नेताओं के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब डॉक्टर, वकील और चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए डिग्री जरूरी है तो नेताओं के लिए क्यों नहीं? बिहार को पढ़े-लिखे और सक्षम नेतृत्व की जरूरत है।
विपक्षी रणनीति, प्रशांत किशोर की राजनीतिक सक्रियता और चिराग पासवान की महत्वाकांक्षाओं पर चौधरी ने कहा कि जेडीयू की ताकत उसकी जमीनी पकड़ है और भाजपा के साथ उसका गठबंधन स्थिर और मजबूत है। उन्होंने किसी भी तरह के नए राजनीतिक समीकरण की अटकलों को नकारते हुए स्थिरता का संदेश दिया।
इस इंटरव्यू में बिहार के विकास की बड़ी तस्वीर भी सामने आई। चौधरी ने बुनियादी ढांचे, शिक्षा और सामाजिक कल्याण योजनाओं को भविष्य की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि बिहार का लक्ष्य सिर्फ आर्थिक विकास नहीं बल्कि सामाजिक न्याय और पारदर्शी प्रगति भी है।






















