Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार भाजपा के दिग्गज नेताओं की एक अहम बैठक हुई, जिसने राजनीतिक हलचल को और बढ़ा दिया है। इस बैठक में बिहार भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ, संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय, राज्य सरकार के मंत्री मंगल पांडे और सांसद राधामोहन सिंह सहित कई बड़े नेता शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में मुख्य फोकस विधानसभा चुनाव की तैयारियों, सीट बंटवारे और संगठनात्मक मजबूती पर रहा। अमित शाह ने बिहार भाजपा के नेताओं से मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर विस्तृत फीडबैक लिया। पार्टी के भीतर कमजोर और मजबूत सीटों का आकलन किया गया और मौजूदा विधायकों के कामकाज की समीक्षा भी की गई। वहीं एनडीए के सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल बनाने पर भी जोर दिया गया।
बैठक में इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया कि केंद्र सरकार की योजनाओं और डबल इंजन की सरकार के फायदे को आम जनता तक प्रभावी तरीके से पहुंचाया जाए। खासकर गांव-गांव तक विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर संदेश देने पर बल दिया गया। भाजपा नेतृत्व का मानना है कि बिहार के मतदाताओं को यह समझाना बेहद जरूरी है कि केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार होने से प्रदेश को गति मिली है।
बैठक में विपक्ष पर भी रणनीतिक चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि राजद और कांग्रेस द्वारा चलाए गए मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के असर का भी आकलन हुआ। भाजपा ने यह तय किया है कि विपक्ष के प्रचार अभियान को भ्रम फैलाने वाला बताया जाएगा और जनता को तथ्यात्मक रूप से जवाब दिया जाएगा।
बैठक के बाद बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह चर्चा केवल सीट बंटवारे तक सीमित नहीं रही, बल्कि चुनाव अभियान समिति बनाने और घर-घर तक विकास की बात पहुंचाने की योजना पर भी विचार किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास, सुशासन और स्थिरता के मुद्दों पर जनता के बीच जाएगी और विपक्ष की नकारात्मक राजनीति का जवाब सकारात्मक एजेंडे से दिया जाएगा।






















