Tejashwi Yadav: पटना की राजनीतिक सरगर्मी उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर तेज होती जा रही है। आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के समर्थन में खुलकर मोर्चा संभाल लिया है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर तीखे हमले किए। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि “दोनों गुजरातियों” ने देश की लगभग हर संवैधानिक संस्था पर कब्जा कर लिया है और अब लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि चुनाव आयोग जैसे स्वतंत्र संस्थान भी अब भाजपा की भाषा बोलने लगे हैं।
तेजस्वी यादव ने उपराष्ट्रपति रहे जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि उनका अब तक सार्वजनिक रूप से सामने न आना यह दिखाता है कि केंद्र सरकार हर संवैधानिक पद और संस्था को अपने नियंत्रण में लेने की साजिश कर रही है। तेजस्वी के मुताबिक, भाजपा जिस किसी को भी अपने खिलाफ देखती है, उसके खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई होती है।
इसी बीच, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी ने पटना पहुंचकर विपक्षी दलों से समर्थन मांगा। उन्होंने साफ कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक संवैधानिक पद हासिल करने की लड़ाई नहीं है, बल्कि लोकतंत्र, न्याय और संविधान की रक्षा का संघर्ष है। रेड्डी ने बिहार को लोकतंत्र की जननी बताते हुए याद दिलाया कि हजारों साल पहले यहीं से सामाजिक न्याय की शुरुआत हुई थी।
रेड्डी ने अपने लंबे न्यायिक अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि उनसे बार-बार पूछा जाता है कि राजनीति में क्यों उतरे हैं। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि उनकी यात्रा 1971 से शुरू हुई थी और राजनीति में आना उसी यात्रा की अगली कड़ी है। रेड्डी ने अपनी जेब से संविधान की एक प्रति निकालकर दिखाते हुए कहा कि यह किताब ही उनकी असली ताकत है। उन्होंने बताया कि जब राहुल गांधी ने इसे देखा था तो उन्होंने कहा था कि वे पिछले 52 साल से इसे अपने पास रखते हैं।
रेड्डी के पटना आगमन पर बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, विधायक दल नेता डॉ. शकील अहमद और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों ने उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।






















