बक्सर से राजद सांसद एवं पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) ने एक बार फिर बिहार सरकार और भाजपा पर तीखे हमले बोले हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “ब्रेन डेड मुख्यमंत्री” बताते हुए तंज कसा कि जिस तरह पागल हाथी को काबू करने के लिए ऊंट लगाए जाते हैं, उसी तरह भाजपा और आरएसएस ने नीतीश सरकार को संभालने के लिए दो उपमुख्यमंत्री लगाए हैं। सुधाकर सिंह ने कहा कि इस सरकार में न तो कोई नेतृत्व है और न ही कोई नीति। “आधा दर्जन मुख्यमंत्री” वाली इस व्यवस्था में अधिकारी भी मनमानी करते हैं और चिट्ठियां अपनी मर्जी से निकालते हैं। राजद सांसद का दावा है कि बिहार की जनता इस अव्यवस्थित सरकार को जल्द ही बेदखल कर देगी।

प्रशांत किशोर पर भी उन्होंने जमकर कटाक्ष किया। सिंह ने कहा कि पीके ने 2014 में नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर “हर साल दो करोड़ नौकरी” और “15 लाख खाते में” जैसे वादों का प्रचार किया, लेकिन उन झूठों के लिए न कभी माफी मांगी और न ही कोई शर्मिंदगी जताई। 2015 में नीतीश कुमार को सत्ता तक पहुँचाने में उन्होंने भूमिका निभाई और 2020 में भी अलग-अलग नेताओं का प्रचार किया। अब जब जनता उनके असली चेहरे को पहचान चुकी है, तो वे नकाबपोश दल बनाकर राजनीति में उतरे हैं। सुधाकर सिंह ने सवाल उठाया कि जिन्होंने संस्थाओं को बर्बाद किया, उनसे लोकतंत्र को बचाने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को “द ग्रेट प्राइम मिनिस्टर” कहे जाने पर भी सुधाकर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप उन्हें “ग्रेटफुल” या “बेवकूफ” भी कह सकते थे, बस ज़ुबान पर रोक लगी होगी। सिंह ने आरोप लगाया कि भारत की विदेश नीति, रक्षा नीति और गृह नीति सब विदेशी ताकतों के इशारे पर चल रही हैं और मोदी सरकार ने देश की रीढ़ को पूरी तरह झुका दिया है। राजद सांसद का कहना था कि ट्रंप खुश हैं क्योंकि मोदी वही करते हैं जो अमेरिका कहता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि किसानों की बलि चढ़ाने जैसे फैसलों पर दोनों नेताओं के बीच थोड़ी नाराज़गी भले रही हो, लेकिन मोदी का झुकाव विदेशी दबाव के सामने साफ नज़र आता है।






















