पिछले दिनों बिहार में सीएम नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा की बहस चर्चा का मुद्दा रही। कई दौर में चली इस नाराजगी को भाजपा-जदयू के बीच खटास का कारण तक बताया जाने लगा। अटकलें ये भी लगने लगीं कि नीतीश इसी मुद्दे पर भाजपा से किनारा कर लेंगे या बैकग्राउंड तैयार कर लेंगे। लेकिन भाजपा ने एक बार फिर बता दिया कि बिहार में बड़े भाई की भूमिका में नीतीश की गुंजाइश शून्य हो चुकी है। नीतीश कुमार को भाजपा के विजय कुमार सिन्हा की जिद के आगे झुकना ही पड़ा है। मामला लखीसराय डीएसपी रंजन कुमार द्वारा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार का था। स्पीकर एक्शन चाहते थे, नीतीश टाल रहे थे। लेकिन अब सरकार ने कार्रवाई कर दी है।
अरेराज भेजे गए डीएसपी रंजन कुमार
पूरा बवाल शुरू हुआ था डीएसपी रंजन कुमार द्वारा कथित तौर पर दुर्व्यवहार का। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा इस मामले में शिकायतकर्ता थे। कानूनी पक्ष से लेकर स्पीकर इस मामले को विधानसभा में भी उठा रहे थे। संजय सरावगी समेत अन्य भाजपा विधायक विजय कुमार सिन्हा के साथ अड़े हुए थे। लेकिन नीतीश कुमार के रौद्र रूप ने मामले में नया मोड़ ला दिया था। नीतीश ने विधानसभा में कहा कि मामला कानून के तहत विचाराधीन है। इसलिए इस मामले को विधानसभा में नहीं उठाया जाना चाहिए। इस बीच शुक्रवार को गृह विभाग ने आरोपी डीएसपी को अरेराज स्थानांतरित कर दिया।
तीन डीएसपी का तबादला
बिहार सरकार के गृह विभाग में शुक्रवार को तीन डीएसपी का तबादला कर दिया है। इसमें पहला नाम तो डीएसपी लखीसराय के डीएसपी रंजन कुमार का है, जिन्हें अरेराज का डीएसपी बनाया गया है। वहीं सैयद इमरान मसूद लखीसराय के नए डीएसपी बनाए गए हैं। वहीं अभिनव धिमन का भी तबादला किया गया है। अभिनव धिमन अभी तक अरेराज डीएसपी थे। अब उन्हें डीएसपी, दानापुर का प्रभारी बनाया गया है। अभिनव धिमन और सैयद इमरान मसूद दोनों आईपीएस हैं।