बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ अहम बैठक की। इस बैठक को चुनावी रणनीति और गठबंधन की दिशा तय करने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, सांसद तारिक अनवर और पप्पू यादव जैसे बड़े चेहरे मौजूद रहे। सूत्रों की मानें तो बैठक में सीट बंटवारे, उम्मीदवार चयन और गठबंधन में कांग्रेस की हिस्सेदारी पर गहन चर्चा हुई। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पार्टी को बिहार में मजबूत दावेदारी पेश करने के लिए पर्याप्त सीटें मिलनी चाहिए, ताकि संगठन का मनोबल ऊंचा बना रहे।
इसी कड़ी में आज कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक भी होने जा रही है। इस बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया जाएगा। जानकारी है कि टिकट के दावेदार बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंच चुके हैं और अपने-अपने पक्ष में पैरवी कर रहे हैं। प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और अन्य वरिष्ठ नेता इन नामों पर अंतिम राय बनाएंगे।
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इधर, छह सितंबर को पटना में महागठबंधन के प्रमुख दलों की एक अनौपचारिक बैठक आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर हुई थी। उस बैठक में सीट बंटवारे, नए सहयोगियों को शामिल करने और साझा चुनावी रणनीति पर चर्चा की गई थी। साफ है कि महागठबंधन आगामी चुनाव को लेकर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतना चाहता और पहले से ही संगठनात्मक मजबूती और उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।






















