बेतिया में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत के मामले में एसपी का बयान आया है। हालांकि यह बयान कई संदेह को बढ़ावा दे रहा है। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि जब युवक थाने आया तो उसे मधुमक्खियों के झुंड ने काट लिया। युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। एसपी ने कहा कि पुलिस की पिटाई से युवक की मौत नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की पिटाई से एक हवलदार की मौत हुई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की तीन गाड़ियों एवं दो निजी गाड़ियों में आग लगा दी।
क्या हुआ पूरा मामला
होली के दिन यानी 19 मार्च को बलथर थाना क्षेत्र में आर्या नगरी गांव में सुबह 11 बजे डीजे पर कुछ युवक नाच रहे थे। प्रशासन ने डीजे बजाने पर रोक लगा रखीथी। ऐसे में पुलिस ने डीजे की गाड़ी चलाने वाले अनिरुद्ध यादव को पकड़कर थाने ले गई। परिजनों का आरोप है कि थाने में पुलिस की पिटाई से अनिरुद्ध की मौत हो गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने में तोड़फोड की और आग लगा दी। कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। वहीं, पीट-पीटकर हवालदार रामजतन सिंह की जान ले ली।
2 हजार पुलिस फोर्स पहुंची तक शांत हुआ बवाल
बवाल को बेकाबू होता देखकर एसपी ने मोर्चा संभाला। इसके बाद कई थानों एवं पुलिस लाइन से जवान पहुंचे। करीब दो हजार जवानों ने पूरे गांव को घेर लिया, जिसके बाद ग्रामीण शांति हुए। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई, ताकि परिजन या ग्रामीण उस पर सवाल नहीं उठाए। उपद्रव को लेकर पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में लिया है।