NDA Worker Conference: सिवान जिले की राजनीति मंगलवार को उस समय सुर्खियों में आ गई जब दारौंदा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में जोरदार गहमा-गहमी और हंगामा देखने को मिला। यह सम्मेलन मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में होना था, लेकिन मंच से ज्यादा सुर्खियां दो स्थानीय गुटों की टकराहट ने बटोरीं।
कार्यक्रम स्थल दारौंदा ब्लॉक परिसर में उस वक्त माहौल अचानक बिगड़ गया जब बीजेपी विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह और पूर्व सांसद-अजय सिंह तथा उनकी पत्नी पूर्व विधायक कविता सिंह अपने-अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। दोनों गुटों ने एक-दूसरे के पक्ष में “जिंदाबाद” के नारे लगाने शुरू किए। पहले यह नारों की प्रतिस्पर्धा रही, लेकिन धीरे-धीरे जोश और जुनून ने इसे झड़प का रूप दे दिया।
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जेडीयू और बीजेपी के झंडों से लहराते समर्थक आमने-सामने आ गए। अजय–कविता गुट के समर्थक “अजय–कविता जिंदाबाद” चिल्ला रहे थे, तो वहीं व्यास सिंह गुट “व्यास सिंह जिंदाबाद” का नारा लगाता रहा। स्थिति तब और बिगड़ी जब बीजेपी की टोपी पहने एक कार्यकर्ता जेडीयू खेमे में घुस गया। इसके बाद झंडे से मारपीट की कोशिश तक की नौबत आ गई।
हंगामे का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें साफ दिख रहा है कि समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की हो रही है और जेडीयू–बीजेपी झंडे हवा में लहराते हुए हथियार की तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं। हालांकि बीच-बचाव के बाद मामला शांत कराया गया और खुद विधायक व्यास सिंह व अजय सिंह ने हाथ जोड़कर अपने-अपने समर्थकों को शांत करने की कोशिश की।






















