Bihar Floor Test Scam: बिहार की राजनीति एक बार फिर फरवरी 2024 के फ्लोर टेस्ट प्रकरण को लेकर गरमा गई है। कथित विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है। मंगलवार को रामनगर से बीजेपी विधायक भागीरथी देवी से करीब तीन घंटे तक गहन पूछताछ हुई। सूत्रों के अनुसार, इस पूछताछ के दौरान कई ऐसे अहम बिंदु सामने आए हैं, जो आगे की जांच को नई दिशा दे सकते हैं।
ईओयू की सक्रियता यहीं तक सीमित नहीं है। बुधवार को जेडीयू विधायक दिलीप राय से भी सवाल-जवाब होने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले बीजेपी विधायक मिश्रीलाल यादव से चार घंटे तक पूछताछ हो चुकी है। वहीं, पूर्व विधायक बीमा भारती, डॉ. संजीव, मोनू कुमार और इंजीनियर सुनील से भी ईओयू ने पहले ही पूछताछ की है। इससे साफ है कि जांच एजेंसी मामले की परतें धीरे-धीरे खोल रही है और आने वाले दिनों में और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।
गौरतलब है कि फरवरी 2024 में बिहार की सत्ता परिवर्तन के बाद विधानसभा में फ्लोर टेस्ट हुआ था। आरोप यह है कि टेस्ट से पहले सरकार गिराने की कोशिश के तहत कई विधायकों को मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपये तक का लालच दिया गया। इस मामले में 11 फरवरी 2024 को जेडीयू विधायक सुधांशु कुमार ने पटना के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में महागठबंधन की ओर से एनडीए विधायकों को तोड़ने और सत्ता हथियाने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया गया था।




















