बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav 2025) से पहले राजनीति का माहौल गरमाता जा रहा है। विपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा चेहरा तेजस्वी यादव ने वैशाली की एक बड़ी रैली में NDA सरकार पर सीधे-सीधे भ्रष्टाचार और संगठित लूट का आरोप लगाया। बिहार अधिकार यात्रा के तहत आयोजित इस जनसभा में तेजस्वी ने कहा कि एनडीए ने सालों से बिहार को लूटा है और आज भी लूट जारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता का इस्तेमाल विपक्षी दलों को डराने और प्रशासन को हथियार बनाने के लिए किया जा रहा है।

तेजस्वी यादव ने हाल के महीनों में हुए भ्रष्टाचार के मामलों का हवाला देते हुए कहा कि कई जिलाधिकारियों और इंजीनियरों के घरों से करोड़ों रुपये नकद बरामद हुए हैं, जो साबित करता है कि भ्रष्टाचार सरकारी तंत्र में गहराई से फैला हुआ है। उन्होंने याद दिलाया कि जनवरी 2025 में एक DEO के घर से भारी मात्रा में नकदी मिली थी, जिस पर उन्होंने टिप्पणी की थी कि क्राइम और करप्शन ही डबल इंजन सरकार के असली इंजन हैं।
तेजस्वी ने एनडीए सरकार पर वित्तीय अराजकता फैलाने और संस्थागत भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था अब चरमराने की कगार पर है। अगस्त 2025 में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान 4,000 करोड़ की अनियमितताओं का मामला सामने आया था, जिसे तेजस्वी ने संगठित लूट की मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड और जाति प्रमाण पत्र जैसी बुनियादी सुविधाओं के नाम पर जनता से हजारों करोड़ रुपये वसूले गए।
लालू शासनकाल पर गरजे गिरिराज सिंह.. राहुल-तेजस्वी पर बोला करारा हमला
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार के भ्रष्टाचार का आलम यह है कि नोट जलाकर नालियां जाम होने तक की घटनाएं सामने आईं। जून 2025 में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर परिवारवाद और कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए कहा था कि अब बिहार का मालिक कोई सरकार नहीं, बल्कि केवल भगवान है। उनका दावा है कि पंचायत, ब्लॉक और थाना स्तर पर वसूली और भ्रष्टाचार चरम पर है, जिससे आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।
रैली में तेजस्वी ने जनता से वादा किया कि यदि उनकी सरकार बनी तो भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त बिहार बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार, महिलाओं को अधिकार और आम जनता को न्याय दिलाना ही उनका लक्ष्य है। अमित शाह के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे किसी धमकी से नहीं डरते और बिहार की जनता ही राज्य की असली मालिक है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा के बिहार दौरे को ‘चुनावी स्टंट’ बताते हुए कहा कि जैसे ही चुनाव खत्म होंगे, ये नेता बिहार को भूल जाएंगे।






















