पटना। बिहार की राजधानी पटना अब विज्ञान और नवाचार की नई पहचान बनने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने रविवार को 21 एकड़ में फैले अत्याधुनिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी का भव्य उद्घाटन किया। लगभग 889 करोड़ रुपये की लागत से बने इस विज्ञान केंद्र को भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक ज्ञान हब के रूप में विकसित किया गया है। उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने छात्रों के साथ बातचीत की और विभिन्न वैज्ञानिक प्रदर्शों का अवलोकन भी किया।

इस साइंस सिटी में पांच प्रमुख थीम-आधारित गैलरियां बनाई गई हैं—Be a Scientist, Sustainable Planet, Basic Science, Body & Mind और Astronomy & Space। यहां कुल 269 वैज्ञानिक प्रदर्श, आधुनिक ऑडिटोरियम, 4D थिएटर और मुक्त आकाश मंच जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। छात्रों के लिए 150 शैय्या वाला डॉरमेट्री और 150 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल इस केंद्र की विशेषताओं में शामिल हैं। कैफेटेरिया और पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं भी यहां उपलब्ध कराई गई हैं ताकि आने वाले आगंतुकों को सुविधा मिल सके।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि यह केंद्र बिहार के बच्चों और युवाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की ओर प्रेरित करेगा। उन्होंने बताया कि इस साइंस सिटी का नाम भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है, जिनका बिहार से गहरा जुड़ाव रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि इस परियोजना का शिलान्यास उन्होंने 1 मार्च 2019 को किया था और इसके निर्माण कार्य पर लगातार नजर बनाए रखी थी।

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित कई मंत्री, अधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। पटना में बनी यह भव्य साइंस सिटी न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे पूर्वी भारत में विज्ञान शिक्षा और शोध के नए द्वार खोलेगी।






















