Ashok Choudhary Statement: बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने जहानाबाद में प्रशांत किशोर और जनसुराज द्वारा लगाए गए आरोपों का तीखा जवाब दिया। मंत्री ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि जनसुराज यह साबित कर दें कि उनकी या उनकी पत्नी की कोई जमीन अवैध है, तो वे जनसुराज का गुलाम बनने को तैयार हैं। अशोक चौधरी का यह बयान राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है और उनकी साफगोई पर लोगों की निगाहें टिकी हैं।
अशोक चौधरी ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में कैरेक्टर और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप आसानी से लगाए जा सकते हैं, इसलिए आरोप-प्रत्यारोप को अलग रखना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन संपत्ति और मुद्दों का जिक्र जनसुराज ने किया है, उन पर उन्होंने लीगल नोटिस भेजा है। मंत्री ने चुनौती दी कि यदि जनसुराज अपने दावे कोर्ट में शपथपत्र के साथ पेश कर सकते हैं, तो वे उसे स्वीकार कर लेंगे।
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अशोक चौधरी ने बताया कि उनकी और उनकी पत्नी की जितनी भी संपत्ति है, वह सार्वजनिक पोर्टल पर उपलब्ध है और हर साल उनका आय-व्यय रिटर्न भी फाइल होता है। उन्होंने कहा कि हर साल मुख्यमंत्री संपत्ति की डिटेल लेते हैं और यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रूप से होती है। मंत्री ने दोहराया कि यदि जनसुराज किसी भी जमीन को बेनामी साबित कर दें, तो वे उनके गुलाम बनने को तैयार हैं।
मंत्री ने सीधे प्रशांत किशोर को चुनौती दी कि आरोप लगाने के बजाय कोर्ट में आकर जवाब दें। अगर उनके जवाब संतोषजनक हुए तो मामला वहीं खत्म, अन्यथा कानूनी रास्ता अपनाया जाएगा। जब उनसे वायरल वीडियो के बारे में सवाल किया गया, तो अशोक चौधरी ने कहा कि वीडियो पुराना है और इसके लिए उन्होंने लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने मीडिया‑ट्रायल की बजाय कानूनी प्रक्रिया अपनाने पर जोर दिया।




















