भोजपुरी गायक एवं अभिनेता पवन सिंह की दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात को लेकर जब बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap vs Pawan Singh) ने तीखी प्रतिक्रिया दी, तो सियासी पारा बढ़ गया। उन्होंने कहा कि पवन सिंह “कभी लखनऊ में हमारे पैर पर गिर चुके हैं” और लगातार किसी न किसी के पैर पर गिरने की प्रवृत्ति दिखा रहे हैं। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि पवन सिंह एक कलाकार हैं — उन्हें अभिनय करना चाहिए, न कि राजनीति में “खुद को नेता” साबित करने की नियति में पड़ना चाहिए। उनके कटाक्ष में यह भी शामिल था कि “उनका दिमाग और विवेक काम नहीं कर रहा है।”
तेज प्रताप ने इस वार में प्रशांत किशोर को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि जनसुराज पार्टी के विरोधी क्षेत्रों में उनके पोस्टर लगाए गए हैं और “महुआ” क्षेत्र में उनके लोगों पर जानबूझकर कार चढ़ाई गई। उन्होंने कहा कि प्रशांत और उनके समर्थक भ्रष्टाचार करते हैं और समय आने पर उनका सच सामने आ जाएगा।
तेज प्रताप ने अपने दल जनशक्ति जनता दल के चुनाव चिन्ह “ब्लैकबोर्ड” का गुणगान करते हुए कहा कि यह जनता को मार्गदर्शक बनेगा। उनका दावा था कि जहां “स्कूल बैग” वाला विरोधी प्रचार कर रहा है, वे लोग अंततः शिक्षा और शक्ति की ओर ब्लैकबोर्ड की ओर ही आएँगे। उन्होंने यह संदेश देना चाहा कि जनता सक्रिय रूप से जनशक्ति जनता दल के साथ खड़ी है और पार्टी जमीनी स्तर पर संघर्ष कर रही है।






















