Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे की चर्चा अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही है। इसी बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा नेतृत्व को 24 सीटों की एक लिस्ट सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक, कुशवाहा ने इन सीटों पर अपनी पार्टी के लिए दावा ठोका है और कहा है कि इन्हीं सीटों पर उनकी संगठनात्मक तैयारी पूरी हो चुकी है। इस सूची में मधुबनी, उजियारपुर, महुआ, दिनारा, सासाराम, ओबरा और कुर्था जैसी महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं।
कई सीटों पर उपेंद्र कुशवाहा कर रहे दावेदारी
जानकारी के अनुसार, बीते सोमवार को भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय मंत्री विनोद तावड़े से उपेंद्र कुशवाहा ने करीब 45 मिनट तक मुलाकात की थी। इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर गहन चर्चा हुई। कुशवाहा ने भाजपा को स्पष्ट संदेश दिया कि उनकी पार्टी बिहार के कई इलाकों में मजबूत स्थिति में है और उसे उसके अनुरूप हिस्सेदारी दी जानी चाहिए। सूत्रों की मानें तो रालोमो ने गोह, सुल्तानगंज, शेखपुरा और बाजपट्टी जैसी सीटों पर भी दावेदारी जताई है।
हालांकि, भाजपा की तरफ से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि एनडीए के अंदर सीटों के तालमेल को लेकर अंदरूनी खींचतान बढ़ रही है। चिराग पासवान जहां 30 सीटों की मांग पर अड़े हैं, वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी 15 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं। ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा की 24 सीटों की लिस्ट भाजपा के लिए एक नई चुनौती बनकर सामने आई है।
2024 लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा काराकाट सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। माना गया कि भोजपुरी स्टार पवन सिंह के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरने से वोट बंटे, जिसका नुकसान कुशवाहा को उठाना पड़ा। अब वे विधानसभा चुनाव में अपने राजनीतिक आधार को फिर से मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
उपेंद्र कुशवाहा इस बार भाजपा पर दबाव की राजनीति कर रहे हैं ताकि अपनी सीटों की संख्या बढ़ा सकें। रालोमो भले ही बिहार की बड़ी पार्टी न हो, लेकिन कई क्षेत्रों में उनका कोर वोट बैंक कुशवाहा समुदाय में अब भी प्रभावशाली है। यही कारण है कि भाजपा उन्हें नाराज करने का जोखिम नहीं उठाना चाहती।






















