आज बिहार दिवस (Bihar diwas) के अवसर पर गांधी मैदान का नजारा अद्भुत दिख रहा था। रंग बिरंगी रोशनी से सजा आकर्षक स्टाल विभिन्न प्रकार की झाकियां तमाम बिहार वासियों को गौरव का एहसास करा रही थी। गांधी मैदान में आज सुबह से हीं लोगों के आने का सिलसिला शुरू था। वहीं शाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस अवसर पर पहुंचे। इस मौके पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश के नेतृत्व में बिहार का विकास हुआ है और अपने पुराने तमाम गौरव को हासिल कर रहा है।
खुदीराम बोस का जिक्र
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बंगाल के विभाजन के बाद बिहार का गठन कैसे हुआ इस पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बिहार की भूमिका पर भी रोशनी डाला। अशोक चौधरी ने मुजफ्फरपुर में क्रांतिकारी घटना को अंजाम देने वाले खुदीराम बोस से लेकर दादा भाई नौरोजी तक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए 22 मार्च की तारीख बेहद अहम है, लेकिन किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 22 मार्च के महत्व को समझा और आम लोगों के सामने बिहार की गौरवशाली परंपरा को स्थापित किया।
22 मार्च बिहार दिवस
बिहार दिवस प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को मनाया जाता है। इसी दिन 1912 को बिहार एक अलग राज्य घोषित किया गया था। 110 वां बिहार दिवस इस साल पटना के गांधी मैदान में धूम धाम से मनया जा रहा है। गांधी मैदान में हर साल 22 तारीख को जोर शोर से बिहार दिवस का शुभारंभ होता है जिसका उद्घाटन स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करते हैं। इस दिन को बिहार सरकार ने राज्य का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है|
रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन
इस अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होता है। जिसकी शुरुआत 22 मार्च तथा समाप्ति 25 मार्च को होती है। इस बीच अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमो का भी योजना होता है। जिसमें लोक कलाकारों को बढ़ावा भी दिया जाता है। इस साल तीन प्राख्यात गायक कैलाश खेर, रेखा भारद्वाज, और सुखविंदर सिंह बिहार दिवस के अवसर पर अपनी मधुर गायकी का प्रदर्शन करेंगे। हर साल बिहार दिवस में बिहार को अलग विषयों से दर्शाने की कोशिश होती है, जैसे इस साल के बिहार दिवस का विषय है ‘जल, जीवन और हरियाली’। ये विषय बिहार की समृद्धि और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।