Bihar NDA Seat Sharing 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए (NDA) में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही चर्चाओं और अटकलों पर अब पटाक्षेप होता नजर आ रहा है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया और मीडिया के कुछ हिस्सों में चल रही “सीट बंटवारे की संख्या” से जुड़ी खबरें पूरी तरह भ्रामक हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के घटक दलों — भाजपा, जदयू, एलजेपी (रामविलास), हम और आरएलजेपी — के शीर्ष नेतृत्व ने मिलकर इस प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी ली है और इसकी औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी।
जायसवाल ने बताया कि “एनडीए में सभी चीजें केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय की जा रही हैं। जो भी निर्णय होगा, वह संयुक्त रूप से घोषित किया जाएगा। सोशल मीडिया पर जो सीटों की संख्या साझा की जा रही है, वह किसी भी स्तर पर सही नहीं है। एनडीए में चट्टानी एकता है और हम पहले से ही चुनावी तैयारी में मजबूती के साथ आगे बढ़ चुके हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि भाजपा की चुनाव समिति की तीन दिवसीय बैठक पटना में संपन्न हुई, जिसमें 2020 में जीती और हारी दोनों प्रकार की सीटों की समीक्षा की गई। जायसवाल ने कहा कि “हमने सभी सीटों के लिए पैनल तैयार कर लिया है, जिसे अब दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष रखा जाएगा। बिहार भाजपा और एनडीए में किसी तरह का मतभेद नहीं है, सब कुछ तय है और अंतिम फैसला जल्द सामने आएगा।”
बिहार चुनाव में उम्मीदवारों की लिस्ट लगभग तय.. NDA और महागठबंधन में इनका टिकट कंफर्म !
वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि “एनडीए के अंदर कोई असंतोष नहीं है। सभी सहयोगी दलों से बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है। पार्टी के अंदर मंथन चल रहा है और कुछ ही दिनों में सबके सामने सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सभी दल खुश हैं और एकजुट होकर चुनाव में उतरने को तैयार हैं।”
दिल्ली में हुई एनडीए कोर ग्रुप की बैठक में शामिल हुईं LJP (राम विलास) की सांसद वीणा देवी ने भी गठबंधन की एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “एनडीए के पांचों दलों के बीच सीट शेयरिंग पर चर्चा बहुत ही सकारात्मक माहौल में हुई है। इसके बाद उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया जाएगा और जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा कि कौन-सा उम्मीदवार किस विधानसभा सीट से मैदान में उतरेगा।”
वीणा देवी ने मीडिया में चल रही “नाराजगी की खबरों” को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “यह सब अफवाह है। सभी दल एकजुट हैं और बिहार में प्रचंड बहुमत से एनडीए की सरकार बनना तय है। जनता नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी पर भरोसा कर चुकी है, और इस बार का जनादेश भी विकास के मुद्दे पर ही तय होगा।”






















