बिहार विधानसभा चुनाव (Congress Bihar Election 2025) के लिए कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नेतृत्व किया। बैठक में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। इस बैठक में करीब 25 नए उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई गई, जबकि इससे पहले हुई बैठक में भी 25 उम्मीदवारों के नाम तय किए गए थे। इस प्रकार अब तक कांग्रेस 50 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का चयन कर चुकी है, जबकि बाकी सीटों पर चर्चाएं अंतिम चरण में हैं।
हालांकि बैठक के बाद कांग्रेस के भीतर असंतोष की लहर देखने को मिली। पार्टी मुख्यालय के बाहर कई दावेदारों और कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की। कुछ नाराज़ कार्यकर्ता कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की गाड़ी के सामने आ गए और अपनी नाराजगी जाहिर की। खास बात यह रही कि टिकट वितरण को लेकर यह नाराजगी केवल कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी पार्टी संगठन में असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने सीट बंटवारे में “सामाजिक समीकरण और जीत की संभावना” को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सीटों की स्थिति अब स्पष्ट है और उन पर सीईसी की मुहर लग चुकी है। राजेश राम ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने सीटों का क्वालिटी और क्वांटिटी एनालिसिस किया है ताकि मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जा सके।

वहीं, विधानसभा दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया कि बुधवार को पार्टी नेतृत्व पटना पहुंचकर महागठबंधन के सहयोगी दलों से मुलाकात करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि एलायंस में न तो कोई मनभेद है और न मतभेद। उनके अनुसार, कांग्रेस की पहली आधिकारिक उम्मीदवार सूची नामांकन की अंतिम तारीख से पहले जारी कर दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, बैठक में पहले से तय 25 टिकटों में से 6-7 सीटों पर पुनर्विचार किया गया, जबकि करीब 10 सीटों पर अंतिम निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ दिया गया। इन सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी अंतिम राय देगी।
चिराग पासवान ने बाहुबली हुलास पांडे समेत 6 उम्मीदवारों को दिया सिंबल.. 27 सीट पर नाम तय
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो इस बार महागठबंधन में कांग्रेस को कुल 61 सीटें मिल सकती हैं, जिन पर वह अपने प्रत्याशी उतारेगी। पार्टी का फोकस ऐसे उम्मीदवारों पर है जो न केवल अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं बल्कि जातीय और सामाजिक समीकरणों में भी संतुलन साध सकें। इस रणनीति के जरिए कांग्रेस बिहार की राजनीति में अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिश में है।
कांग्रेस की इस बैठक में अजय माकन, इमरान प्रतापगढ़ी, कृष्णा अल्लावेरु, राजेश राम और शकील अहमद खान समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस कमेटी को उम्मीदवारों के चयन और संगठनात्मक समन्वय का जिम्मा सौंपा गया है।






















