बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में पूर्वी चंपारण जिले के ढाका विधानसभा क्षेत्र में मतदान की तैयारी तेज हो गई है। इस मुस्लिम बहुल इलाके से ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के उम्मीदवार राणा रंजीत सिंह ने 15 अक्टूबर 2025 को नामांकन पत्र दाखिल करते हुए हिंदू-मुस्लिम एकता का अनूठा प्रतीक प्रस्तुत किया। राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले राणा रंजीत सिंह नंगे पैर नामांकन केंद्र पहुंचे, जहां उनके सिर पर इस्लामी टोपी और माथे पर लाल टीका लगा हुआ था।
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नामांकन के दौरान उनके समर्थकों ने “जय श्री राम” और “आई लव मोहम्मद” के नारे लगाए, जो सामाजिक सौहार्द का जीवंत उदाहरण बना। राणा रंजीत सिंह ने जुलूस में कहा, “हमलोग ‘आई लव मोहम्मद’ और ‘जय श्री राम’ दोनों को एक समान मानते हैं।” यह AIMIM की रणनीति को दर्शाता है, जो पारंपरिक रूप से मुस्लिम-केंद्रित मानी जाती है, लेकिन यहां हिंदू उम्मीदवार के जरिए व्यापक अपील बनाने की कोशिश कर रही है।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि लोग कहते हैं कि AIMIM असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी केवल मुसलमान की पार्टी है इस पर हमारे नेता ने सब का मुंह बंद करते हुए मुस्लिम बहुल इलाके से एक हिंदू और वह भी राजपूत को अपना उम्मीदवार बनाया है। मुस्लिम बहुल इलाके में हर बार यहां के जनप्रतिनिधि हिंदू मुसलमान करके सता की कुर्सी हाशील करते हैं लेकिन इस बार हिंदू मुसलमान नहीं इस बार विकास के मुद्दे पर वोट होगा पलायन के मुद्दे पर वोट होगा। नंगे पैर नामांकन करने और टोपी और लाल टिका लगाने पर उन्होंने कहा आज की नामांकन की प्रक्रिया लोकतंत्र के मंदिर में जाने की पहली शुरुआत बताया और बोले इसलिए हम लोग मंदिर में जाते हैं तो चप्पल और जूता निकाल कर जाते हैं और आज हम लोकतंत्र के मंदिर में जाने के लिए आज नामांकन किया है इसलिए हम खाली पैर नामांकन करने पहुंचे हैं।






















