बक्सर के सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता सुधाकर सिंह कैमूर जिले पहुंचे और मीडिया से बातचीत में महागठबंधन की मजबूती का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि गठबंधन में किसी भी तरह की खटपट या मतभेद नहीं हैं और सभी दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। सुधाकर सिंह ने विश्वास जताया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन के तहत एक से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन किया है, वे नाम वापसी की अंतिम तिथि तक स्वेच्छा से अपना नाम वापस ले लेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन का कोई भी बागी उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेगा।
सुधाकर सिंह ने कहा कि कैमूर जिले की चारों विधानसभा सीटों पर आरजेडी के उम्मीदवार मैदान में हैं और इस बार सभी सीटें महागठबंधन के खाते में जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की दो-तिहाई सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार विजयी होंगे और राज्य में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनेगी। उनका कहना था कि दीपावली के दिन आरजेडी प्रत्याशियों का नामांकन होना शुभ संकेत है और जनता का समर्थन लगातार बढ़ रहा है। बिहार की जनता इस बार बदलाव और विकास की राजनीति को प्राथमिकता दे रही है।
एनडीए पर निशाना साधते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि उनके कई उम्मीदवारों के नामांकन खारिज हो चुके हैं और उनके उम्मीदवारों में कई ऐसे हैं जिनकी पृष्ठभूमि अपराध या भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता ऐसे नेताओं को अच्छी तरह पहचान चुकी है। पिछले 20 वर्षों से राज्य “ब्रेन डेड मुख्यमंत्री” के नेतृत्व में चला है, और इस दौरान शिक्षा, बेरोजगारी, पलायन और किसानों की बदहाली जैसी समस्याएँ बढ़ती गई हैं। सुधाकर सिंह के अनुसार महागठबंधन के माध्यम से जनता को ईमानदार और रोजगार देने वाले नेतृत्व की उम्मीद है, जो इन समस्याओं का समाधान कर सके।






















