बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) का रण अब गर्माता जा रहा है, लेकिन इस बार मुकाबले से पहले ही विपक्षी महागठबंधन (INDIA Bloc) में दरारें गहराती दिख रही हैं। जहां एक ओर एनडीए (NDA) के दल एकजुट होकर प्रचार अभियान में जुट चुके हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी खेमे में सीटों को लेकर घमासान और अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई है।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार का प्रचार अभियान शुरू हो चुका है। आज वे कांटी और मीनापुर जा रहे हैं। NDA के पक्ष में लहर है इसलिए कोई परेशानी नहीं है। नीतीश कुमार ने जो काम किया है, उसे लेकर लोगों में रुझाव दिख रहा है। महागठबंधन पर उन्होंने आगे कहा, “इतने लंबे समय से अभ्यास करने के बाद आप मैत्रीपूर्ण प्रतियोगिता कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि आप आपसी तालमेल नहीं बना पाए हैं। चुनाव के समय क्या मैत्रीपूर्ण प्रतियोगिता जैसी कोई चीज होती है? इनका गठबंधन तो टूट गया है। महागठबंधन तो नीतीश कुमार की अगुआई में बना था। राजद कभी भी कांग्रेस के प्रति ईमानदार नहीं रही है।
जेडीयू (JDU) नेता राजीव रंजन प्रसाद ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “महागठबंधन जैसा कोई गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है। लगभग 15 सीटों पर उनके ही दल एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। मुकेश सहनी जैसे नेताओं के अस्तित्व पर संकट गहराने लगा है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “लालू यादव के पत्र के बावजूद राजद उम्मीदवार का नामांकन रद्द नहीं हुआ, इसका मतलब साफ है कि जिस सीट पर सहनी लड़ना चाहते थे, वहां खुद राजद उम्मीदवार उनके खिलाफ खड़ा होगा।”
राजीव रंजन ने कहा कि “राजद, कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के उम्मीदवार कई सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोकेंगे। विपक्ष में न नेता तय है, न नीति स्पष्ट है। उनके पास है सिर्फ भ्रष्टाचार का बोझ और जंगलराज की विरासत। मुकाबला इस बार एकतरफा होगा।”
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इसी बीच, बिहार सरकार के मंत्री और हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने एनडीए की एकता को मजबूत बताते हुए कहा कि “हमारा गठबंधन शांतिपूर्ण है, सभी सीटों पर NDA प्रत्याशी उतर चुके हैं और आज से प्रचार अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा हमारे लिए ऊर्जा का काम करेगा। उनके आने से एनडीए को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।” उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि “जब 14 तारीख को नतीजे आएंगे, उसी दिन हम दीपावली मनाएंगे।”
महागठबंधन पर निशाना साधते हुए सुमन ने कहा कि “वो लोग ‘मैत्रीपूर्ण लड़ाई’ का नारा देकर जनता को बरगला रहे हैं। सच्चाई यह है कि उनका गठबंधन बिखर चुका है और मतदाता अब उनके भ्रमजाल में नहीं फंसेंगे।”
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने विपक्ष के अंदरूनी विवादों को लेकर चुटकी ली। उन्होंने कहा, “महागठबंधन ने 243 सीटों पर 255 उम्मीदवार उतारे हैं। इसका मतलब है कि कम से कम 10 से 11 सीटों पर उनके ही सहयोगी एक-दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे। यह कैसा गठबंधन है जिसमें दोस्ती और लड़ाई दोनों साथ-साथ चल रही है?” पूनावाला ने कहा, “जो लोग टिकट बंटवारे और सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बना सके, वे बिहार की प्रगति के लिए कैसे एकजुट रहेंगे? महागठबंधन अब ‘टुकड़े-टुकड़े गठबंधन’ में बदल चुका है।”