बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Announcement) ने राज्य की जीविका दीदियों को लेकर एक बड़ा राजनीतिक दांव चला है। उन्होंने ऐलान किया कि महागठबंधन की सरकार बनते ही जीविका दीदियों को सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि इन महिलाओं का सालों से “शोषण और अन्याय” हुआ है, लेकिन अब न्याय का समय आ गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जीविका दीदियों का शुरुआती वेतन ₹30,000 प्रति माह होगा और उन्हें ₹2,000 मासिक भत्ता भी दिया जाएगा ताकि अतिरिक्त कार्यों के लिए उन्हें उचित मानदेय मिल सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अब तक जिन जीविका समूहों ने ऋण लिया है, उन्हें ब्याज मुक्त कर दिया जाएगा और आने वाले दो सालों तक ब्याजमुक्त ऋण देने की योजना लागू की जाएगी। इतना ही नहीं, जीविका दीदियों को ₹5 लाख रुपये तक का बीमा कवर भी उपलब्ध कराया जाएगा।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हमने पहले एक ऐतिहासिक घोषणा की थी कि जिन परिवारों के पास सरकारी नौकरियां नहीं हैं, उन परिवारों में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी। आज हम फिर एक ऐतिहासिक घोषणा करने जा रहे हैं। जीविका दीदीयों का जितना शोषण इस सरकार में हुआ है, शायद ही कभी हुआ होगा। हम अपनी यात्रा के दौरान कई जिलों में घूमकर आए और हर जगह हमें जीविका दीदीयों का समूह मिलता था। सभी जीविका दीदीयों के प्रति हमारा सम्मान है और उन्हें उनका अधिकार व सम्मान दिलाना हमारी जिम्मेदारी है।
हमने वैज्ञानिक तौर पर अध्ययन करके निर्णय लिया है कि जितनी सीएम जीवीका दीदीयां हैं, उन सभी को स्थायी सरकारी कर्मचारी का दर्जा देकर उनके वेतन को हम 30,000 रुपये प्रतिमाह करेंगे। ये कोई मामूली घोषणा नहीं है बल्कि कई वर्षों से हमारी जीवीका दीदीयों की मांग रही है कि उन्हें स्थायी किया जाए। बिना जीवीका दीदीयों के कोई काम संपन्न नहीं हो पाता लेकिन उन्हें क्या मिलता है? जितनी भी जीविका दीदीयों द्वारा लिए गए लोन के सूद को भी माफ किया जाएगा। जीविका दीदीयों को 2 वर्ष तक ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। जीविका समूह की दीदीयों को अन्य सरकारी कार्यों के निष्पादन के लिए प्रतिमाह 2 हजार भत्ता भी दिया जाएगा।”
तेजस्वी यादव ने कहा, प्रति माह 2.5 हजार सालाना 30 हजार और 5 साल का 1.5 लाख रुपया माई बहन योजना के तहत महागठबंधन की सरकार बनने पर दिया जाएगा। हमने पहले भी घोषणा की है कि बेटी(BETI) योजना, मां(MAA) योजना हम लाएंगे। बेटी योजना के तहत जब से हमारी बेटियां पैदा होंगी तब से उन्हें आय दिलाने तक यह योजना चलेगी। मां(MAA) योजना भी लाई जाएगी जिसके तहत महिलाएं जिनके पास मकान नहीं है, उनके मकान, अन्न और आमदनी की व्यवस्था करवाई जाएगी।
तेजस्वी यादव ने कहा, “दूसरी सबसे बड़ी घोषणा जो आज की ऐतिहासिक घोषणा होने जा रही है। संविदा कर्मियों के साथ शोषण हो रहा है। कभी भी बिना कारण बताए उनकी सेवा समाप्त कर दी जाती है। वेतन से हर महीने 18% GST काटा जाता है, महिला कर्मियों को जो 2 दिन छुट्टी मिलनी चाहिए वह नहीं दी जाती। हमारी घोषणा है कि हमारी सरकार आने पर प्रदेश में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों को स्थायी किया जाएगा। शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तौर पर जो शोषण यह संविदा कर्मी झेल रहे हैं, उन्हें एक झटके में इससे मुक्त किया जाएगा और उन्हें स्थायी कर्मी का दर्जा दिलाने का काम हम करेंगे।”
राजद नेता ने कहा कि बिहार में लोग अब बदलाव का मन बना चुके हैं। गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही जनता अब नई दिशा चाहती है। उन्होंने नीतीश सरकार पर तीखा वार करते हुए कहा कि “हमारे घोषणापत्र की नकल तक कर ली गई, लेकिन काम नहीं किया गया। उन्होंने महिलाओं को ₹10,000 दिए, लेकिन वह उधार के रूप में था, जिसे चुनाव के बाद वसूला जाएगा।”
तेजस्वी यादव ने एक बार फिर अपने पुराने वादे को दोहराया कि जिन परिवारों में कोई सरकारी नौकरी नहीं है, उन परिवारों के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी और यह वादा उनकी सरकार बनने के 20 दिनों के अंदर लागू किया जाएगा।






















