बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के बीच गया जिले की बोधगया सीट से एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता इंजीनियर नंदलाल मांझी ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सोमवार को बोधगया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया।
पटना पहुंचे अशोक गहलोत और कृष्णा अल्लावरु.. ‘फ्रेंडली फाइट’ पर बोले- महागठबंधन एकजुट है
नंदलाल मांझी लंबे समय से हम पार्टी में सक्रिय और मुखर नेता के रूप में जाने जाते रहे हैं। पार्टी की नीतियों के बचाव से लेकर संगठन विस्तार तक, उन्होंने हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई। लेकिन इस बार टिकट बंटवारे में खुद को दरकिनार किए जाने पर उनकी नाराजगी खुलकर सामने आ गई। बोधगया सीट एनडीए के हिस्से में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दी गई है, जिसने वहां से श्यामदेव पासवान को उम्मीदवार बनाया है।
महागठबंधन में CM Face को लेकर पप्पू यादव ने कह दी ये बात.. तेजस्वी यादव नहीं, राहुल गांधी ?
मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “हमें पार्टी से निकाल दें या जो करना है करें, लेकिन हम जनता के लिए चुनाव लड़ेंगे। अब जनता ही हमारी पार्टी है।” उनका यह बयान न सिर्फ एनडीए के अंदर असंतोष को उजागर करता है बल्कि यह भी दिखाता है कि गठबंधन के भीतर “टिकट वितरण की राजनीति” ने कई पुराने नेताओं को नाराज किया है।






















