बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के बीच गोगरी (खगड़िया) में आयोजित तेजस्वी यादव की जनसभा अब सियासी तूफान का केंद्र बन चुकी है। राजद एमएलसी कारी शोएब के मंच से दिए गए बयान ने पूरे राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। कारी शोएब ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने, तो वक्फ कानून को खत्म कर दिया जाएगा। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और इसके बाद से ही सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है।
कारी शोएब ने जनसभा में कहा, “बिहार का मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बनाना है। संसद में वक्फ बिल का समर्थन करने वालों को सबक सिखाया जाएगा। अगर तेजस्वी मुख्यमंत्री बने तो सभी बिल, खासकर वक्फ बिल, फाड़ दिए जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा कि INDIA गठबंधन की सरकार “प्रेम, एकता और भाईचारे” की वकालत करती है, इसलिए जनता को इस गठबंधन को वोट देना चाहिए।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार चुनावी माहौल पहले से ही संवेदनशील है और धार्मिक मुद्दों को लेकर बहस तेज़ है। भाजपा ने इस बयान को तुरंत राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। भाजपा के आईटी विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी अमित मालवीय ने ‘एक्स’ (Twitter) पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, “राजद के मंच से ऐलान हुआ कि अगर तेजस्वी मुख्यमंत्री बने तो वक्फ कानून खत्म कर देंगे। कानून रहेगा, पर जमीन लूटने की नीयत साफ है— यही है राजद का जंगलराज।”
वहीं, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी इस बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “कांग्रेस-राजद न संसद का सम्मान करते हैं, न सुप्रीम कोर्ट का। ये खुलेआम लोकतंत्र का अपमान कर रहे हैं। बिहार की जनता इन्हें सबक सिखाएगी।”






















