बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) की आहट के बीच कांग्रेस ने राज्य में अपने चुनावी प्रचार की रूपरेखा तैयार कर ली है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निर्णय के अनुसार, 28 अक्टूबर से प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के लिए बिहार आएंगी, जहां वे दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगी। कांग्रेस के रणनीतिक बैठक में केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, अजय माकन और अविनाश पांडे ने चुनाव प्रचार कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने भाजपा और एनडीए पर कटाक्ष करते हुए कहा, “एनडीए हार से डरे हुए हैं। वे हम पर सवाल उठाने की हिम्मत नहीं रखते। हमने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम पहले ही घोषित कर दिया है, जबकि उनकी पार्टी यह भी नहीं कर सकी। उनके पास कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं है। बिहार में फिलहाल पूरी तरह से जंगलराज की स्थिति बन गई है।”
तेजस्वी यादव की घोषणाओं पर BJP का पलटवार.. 20 महीने नहीं, जनता 20 दिन भी नहीं देगी
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने भी राज्य में चुनावी माहौल और विपक्ष के एजेंडे पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया, लेकिन हम स्पष्टता के साथ प्रचार कर रहे हैं। अब हम घोषणापत्र जारी करने जा रहे हैं, जबकि एनडीए का एजेंडा पूरी तरह अस्पष्ट है। बिहार के लोग यह जानना चाहते हैं कि उनके सामने किसका विकल्प है।”
इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के चुनावी घोषणापत्र को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की मैनिफेस्टो कमेटी की बैठक जल्द ही आयोजित की जाएगी, और अगले एक-दो दिनों में सभी घोषणाएं सार्वजनिक कर दी जाएंगी। तेजस्वी ने यह भी बताया कि महागठबंधन का प्रचार अभियान संयुक्त रूप से चलाया जाएगा, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे।






















